बुधवार को 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सीटू ने प्रबंधन को हड़ताल की नोटिस दी है। इस सम्बन्ध में हिर्री की मान्यता प्राप्त यूनियन सीटू की ओर से मांग की गई है कि ऐसे सभी कर्मी जो भिलाई इस्पात संयंत्र के अन्य किसी इकाई में जाना चाहते हैं, उन्हें उनकी इच्छा अनुसार स्थानांतरित किया जाए। एचएसईयू की हिर्री इकाई के सहायक संयोजक पार्थ सारथी दास ने बताया है कि यूनियन ने ऐसे सभी कर्मियों की सूची कार्यपालक निदेशक (कार्मिक) को 2 जुलाई को सौंप दी थी , किन्तु प्रबंधन द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मांगपत्र में उत्पादन में उपयोग होने वाले शावेलों को सुधारने की मांग की गई है। किसी शॉवेल में आयल लीकेज है तो किसी में केनोपी नहीं है। नया शॉवेल क्रमांक 14 अनुरक्षण के अभाव में पिछले 6 माह से सड़ रहा है।
यूनियन ने गैरेज के कर्मियों से साप्ताहिक अवकाश के दिन भी कार्य कराने के मामले को भी उठाया है। सप्ताह में 48 घंटे से ज़्यादा किसी से काम नहीं करवाए जाने की मांग की गई है। इसके अलावा खदान के कर्मियों से नियम विरूद्ध जल शुल्क नहीं वसूलने, सभी कर्मियों को केंटीन भत्ता देने, सभी बच्चों के लिए स्कूल बस सुविधा उपलब्ध कराने या स्कूल बस फीस प्रतिपूर्ति करने, जो कर्मी जिस विभाग में कार्यरत है उसी विभाग में उनका संविलियन करने की मांग भी पात्र में उठाई गई है।