इससे सड़क तो खराब हुई ही, लोगों को भी खुदाई के बाद पड़े मलबे की वजह से आवाजाही में परेशानी हो रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नेहरू नगर जोन के अधिकारी ठेकेदारों से कैसे कार्य करा रहे हैं। कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं या नहीं?
पार्षद भी मौन, सजगता पर उठ रहे सवाल इस पूरे मामले में लोगों ने वार्ड पार्षद की सजगता पर सवाल उठाया है। आरके देवांगन का कहना है कि ठेकेदार पाइप लाइन बिछाने के लिए चिन्हित की थी, लेकिन बारिश की वजह से खुदाई बंद कर दी गई थी। इसी बीच सीसी रोड निर्माण का ठेका लेने वाले पांडेय ने न्यू कृष्णा नगर की ओर से काम शुरू कर दिया है। सीसी रोड बनाते हुए होजियारी मार्केट की तरफ बढ़ रहा है। इसी बीच पाइप लाइन बिछाने के दो कर्मचारी आए। ड्रिल मशीन से सीसी रोड की खुदाई कर दी।
जनता के पैसे से ही कराएंगे मरम्मत यदि ठेकेदार उस गड्ढे का मरम्मत भी कराएगा, तो उसमें जनता से मिलने वाले टैक्स की राशि ही खर्च की जाएंगी। ठेकेदार या वार्ड प्रभारी सब इंजीनियर अपनी जेब से रूपया भी खर्च नहीं करेंगे। समन्वयक बनाकर काम नहीं करने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
१६ लाख में ठेका सुपेला रोड से देवांगन पारा, न्यू कृष्णा नगर पहुंच मार्ग का सीमेंटीकरण के लिए १६ लाख रुपए में ठेका दिया है। वार्ड के विकास और लोगों की समस्या को लेकर पार्षद ममता संतोष श्रीरांगे कितने सजग हैं। यह भी सवाल है। ठेकेदार ने ध्यान दिया होता, तो यह नौबत नहीं आती। पाइप लाइन बिछाने के बाद सीसी रोड निर्माण शुरू किया जा सकता था।
निगम कमिश्नर केएल चौहान ने बताया कि सड़क खुदाई को जो मामला आप बता रहे हो वो मेरी जानकारी में नहीं है। जोन कमिश्नर से पता कराता हंू। जोन-१ कमिश्नर संजय बागड़े ने बताया कि ठेकेदार को लिखित में सड़क की मरम्मत की शर्त पर खुदाई करने दी थी। ठेकेदार ही खुदी हुई सड़क को बनाकर देगा।