– पहली बार इंश्योंरेंस पॉलिसी लेना अनिवार्य के नाम पर पैसे जमा करवाए। – फाइल निकालना है इंट्रेस्ट के तौर पर पैसे देने होंगे।
– चालान के लिए पैसे जमा करने होंगे।
– आयकर विभाग से बोल रहा हंू, पैसे वापस चाहिए तो कुछ शुल्क जमा करने होंगे। – कंपनी का फाइनेंस अफसर बनकर कहा कि पूरी रकम वापस मिलने वाली है , कुछ राशि जमा करनी होगी।
– एनओसी, चालान और जीएसटी के नाम पर रकम जमा करने कहा।
आदित्य वशिष्ठ- माथुर ने आदित्य के खाता नंबर पर रकम जमा करवाई।
आईएस सालुशन- कविता ने सालुशन के बैंक खाते में ही रकम डलवार्ई। कुनाल- इनकम टैक्स विभाग का अफसर बताकर फोन किया।
मुन्ना देवी- कुनाल ने इन्हीं का बैंक खाता नंबर दिया।
बिजेंद्र सिंह- फारुकाबाद अपने बैंक खाते में राशि जमा करने कहा। अजीत मेहरा- बीजे फाइनेंस कंपनी का अफसर बताकर फोन किया। जान से मारने की भी धमकी
६२ लाख ठगी के बाद भी ठगों का मन नहीं भरा। देवेंद्र ने एक दिन वृद्धा को फोन कर कहा कि 11.५० लाख रुपए और जमा कर नहीं तो जान से मार देंगे। इतना ही नहीं वृद्धा की बेटी से गाली गलौज भी की। खुर्सीपार टीआई प्रणाली वैद्य मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ६२ लाख रुपए की ठगी का मामला छ: माह पुराना है। मामले में जांच शुरू की। आरोपियों का क्लू मिला है। सात दिन से दिल्ली और नोएडा में हमारी डटी हुई है। जल्द ही आरोपी गिरफ्तार होंगे।