विवि प्रशासन स्थापना के बाद से ही रविवि का अनुशरण कर रहा है, लेकिन इस बार अचानक व्यवस्था बदल दी है। विवि प्रशासन ने कहा है कि प्रायोगिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहने वाले विद्यार्थियों को अन्य महाविद्यालय में उक्त विषय की प्रयोगिक परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। @Patrika. परीक्षार्थी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रयोगिक परीक्षा में अनुपस्थित नहीं हों। इसके विपरित रविवि ने अपनी सूचना में विद्यार्थियों के लिए ऐसी स्थिति में अलग से व्यवस्था कराए जाने का जिक्र किया है। इसके अलावा पीजी परीक्षाओं में मनोविज्ञान एवं भूगोल विषय का चयन करने वाले स्वाध्यायी विद्यार्थियों को पहले प्रायोगिक परीक्षा के लिए पंजीयन कराना होगा, इसके बाद ही परीक्षा का ऑनलाइन आवेदन भर सकेंगे।
हेमचंद यादव विवि के पास फिलहाल ग्रंथालय की व्यवस्था नहीं है, लेकिन नियमित और स्वाध्यायी विद्याथी दोनों से ही ३० रुपए ग्रंथालय शुल्क वसूल किया जाएगा।@Patrika. पूर्व में रविवि के दौरान भी गं्रथालय शुल्क को हमेशा से ही विवाद रहा है कि स्वाध्यायी विद्यार्थी विवि के ग्रंथालय का उपयोग करते ही नहीं, इसलिए ग्रंथालय शुल्क क्यों दें। जबकि यहां हेमचंद विवि के पास गं्रथालय नहीं होते हुए भी शुल्क लेगा।