आरोपी ने अपने मोबाइल को २००० रुपए में श्यामगिरी के पास गिरवी रखा था। @Patrika राजा मराठी बार-बार श्यामगिरी से मोबाइल की मांग करता। हर बार एक ही बात होती २००० रुपए देकर मोबाइल वापस ले जाए। घटना के दिन भी दोनों के बीच मोबाइल क ो लेकर विवाद शुरू हुआ था।
घटना के समय मृतक की बड़ी बहन घर में थी। उसकी छोटी बेटी मुस्कान ने आवाज लगाई थी कि मामा को कोई हाथ मुक्के से मार रहा है। तब वह घर से करीब २० कदम दूर तालाब पार पहुंची थी। @Patrika मृतक की बहन ने पुलिस को बताया कि राजा मराठी हाथ मुक्के से मारपीट करते जोर जोर से मोबाइल वापस करने की बात कह रहा था। वहीं उसका भाई २००० की मांग कर रहा था। घटना के बाद आरोपी तालाब पार से भाग निकला।
न्यायाधीश ने फैसले में कहा कि अभियुक्त द्वारा किया गया अपराध एक भायनक वातवारण निर्मित करता है। दोस्ती जैसे विश्वास के रिश्ते के लिए समाज में एक गलत संदेश जाता है। @Patrika आरोपी को कोई अपराधिक इतिहास नहीं है, लेकिन उसने स्वयं कानून को हाथ लेकर मारपीट कर श्यामगिरी का अपराधिक मानववध जैसा गंभीर अपराध किया है।
अतिरिक्त लोक अभियोजक विजय कसार ने कहा कि हमने न्यायालय से मांग की थी कि आरोपी ने हत्या की है। साक्ष्य भी पर्याप्त है। आरोपी पर नरमी न बरती जाए, लेकिन न्यायालय ने इसे हत्या न मानते हुए अपराधिक मानव वध माना और फैसला सुनाया।