२६० मीटर लंबे रेलपांत का करते हैं उत्पादन आरएसएम से 65 मीटर लंबी पटरियों का उत्पादन कर उसे वेल्डिंग के जरिए जोड़कर भारतीय रेल की मांग को पूरा करती रही है, लेकिन नए यूआरएम के शुरू होने से कंपनी अब 130 मीटर लंबी पटरी का उत्पादन करने में सक्षम हो गई है और अब उसे भारतीय रेल के लिए 260 मीटर लंबी पटरी की आपूर्ति केवल एक जोड़ (वेल्डिंग) के साथ कर सकती है।
पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा यूआरएम ने अपने ही निर्मित रिकॉर्ड में इजाफा करते हुए १६ जुलाई १९ को अधिकतम 276 ब्लूम्स से रेल्स की रोलिंग की। इसके पहले 13 मार्च, 2019 को 266 ब्लूम्स से रेल्स की रोलिंग का रिकॉर्ड बनाए थे। इसमें एक ही शिफ्ट में 126 ब्लूम्स रोलिंग का नया रिकॉर्ड शामिल है। वहीं पिछले साल 6 नवंबर, 2018 को 117 ब्लूम्स की रोलिंग का एक शिफ्ट में रिकॉर्ड बना था।
१,२३,६०० टन रेल्स का उत्पादन यूआरएम ने अपै्रल-जून, 2019 की प्रथम तिमाही में सर्वश्रेष्ठ उत्पादन करते हुए साल के प्रथम तिमाही के दर्ज रिकॉर्ड में तेजी से इजाफा किया है और सर्वश्रेष्ठ 1,23,600 टन रेल्स का उत्पादन दर्ज किया है। यूआरएम ने पिछले साल अपै्रल से जून 2018 की इसी अवधि में 86,500 टन रेल्स का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन दर्ज किया था।
इसी माह तोड़ा था रिकार्ड बीएसपी के यूआरएम ने १६ जुलाई २०१९ को ए शिफ्ट में नए शिफ्ट रिकॉर्ड बनाए थे। वहीं सभी तीन शिफ्टों के ब्रिगेडों ने मिलकर उस दिन प्राइम यूटीएस 90 रेल्स के 1935 टन उत्पादन का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड बनाया था। इसके पहले पहले 28 मार्च, 2019 को 1886 टन प्राइम यूटीएस 90 रेल्स का एक दिवसीय सर्वश्रेष्ठ उत्पादन किए थे।
एनडीटी की उच्चतम संख्या दर्ज यूआरएम ने मंगलवार को 283 रेल्स का एनडीटी (नॉन-डिस्ट्रक्टिव टेस्टेड) की उच्चतम संख्या दर्ज की, जबकि पिछला दैनिक रिकॉर्ड 18 जुलाई, 2019 को 276 एनडीटी था। यूआरएम को स्थापित करने में लगे हंै १२०० करोड़ रुपए
यूनिवर्सल रेल मिल की स्थापना 1200 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।यह परियोजना सेल-भिलाई स्टील प्लांट के आधुनिकीकरण का अहम हिस्सा है, जिसके तहत भिलाई इस्पात संयंत्र के उत्पादन क्षमता 70 लाख टन सालाना तक बढ़ गई है।यूआरएम जब पूरी तरह से काम करने लगेगा, तब वह प्रतिदिन करीब ७०० नग रेलपांत प्रतिदिन उत्पादन करेगा।