संयंत्र में मौत पर हो अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान बीडब्ल्यू के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि प्रबंधन पुराने समझौते को सार्वजनिक करें, जिसके कारण भिलाई में कर्मियों के साथ अन्याय हो रहा है। एचएमएस के महासचिव प्रमोद मिश्र ने कहा प्रबंधन को नियमों में शिथिलता करते हुए पीडि़त परिवार को न्याय देना चाहिए। मंच के सीताराम साहू ने कहा कि श्रमिक विरोधी समझौतों को लेकर जागरूकता अभियान चलाता रहा है। संघ के अध्यक्ष पूरन वर्मा ने कहा कि संयंत्र में काम के दौरान कैसे भी मौत हो, अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान हो। श्रमिक नेता बृज बिहारी मिश्रा ने कहा कि यूनियन को मिलकर एक पीडि़त परिवार को न्याय दिलाना है। इस वजह से यहां एकत्र हुए हैं। वहीं एक्टू के महासचिव श्याम लाल साहू ने कहा कि पीडि़त परिवार को न्याय मिलना चाहिए।
एसडीएम ने सदस्य को बुलाया, नहीं गए पीडि़त परिवार के निवास के सामने समाज की देर शाम बैठक हुई। बताया गया कि जिला प्रशासन पुलिस कंट्रोल रूम में पीडि़त परिवार के एक सदस्य को दबाव बनाने बुलवा रहा था। पीडि़त परिवार ने इनकार कर दिया। उपाध्यक्ष सुदामा नेताम ने बताया कि बुधवार को सर्वसमाज की बैठक बुलाई गई है। जहां तय किया जाएगा कि किस तरह से आंदोलन आगे बढ़ाना है। गुरुवार से प्रदर्शन करने की बात पर इस बैठक में फैसला हो सकता है।
सीटू प्रतिनिधिमंडल मिला ईडी से एसएमएस-1 के कर्मी राम कुमार ध्रुव की कार्य के दौरान मौत के बाद आठ दिन बाद दाह संस्कार नहीं हो सका है। इस पर सीटू ने ईडी पीएण्डए केके सिंह से मुलाकात की। सीटू ने कहा कि पीडि़त परिवार के एक आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दिया जाए। प्रबंधन ने कहा कि प्राण घातक दुर्घटना के लिए निर्धारित प्रक्रिया अपनाने के बाद आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दिया जाएगा।
प्रबंधन ऑफर लेटर देने को हो गया तैयार सीटू ने प्रबंधन को पत्र लिखकर मांग की कि पीडि़त परिवार के एक आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। सीटू नेताओं ने अधिशासी निदेशक केके सिंह से बातचीत कर पीडि़त परिवार को ऑफर लेटर देने मांग की, ताकि उन्हें विश्वास हो। मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल ईडी से मिलकर जानकारी मांगी। प्रबंधन ने कहा कि वे ऑफर लेटर देने तैयार हैं। इसी सिलसिले में प्रशासन की मध्यस्था में सेक्टर-6 थाना में बैठक रखी गई थी। लेकिन पीडि़त परिवार की ओर से कोई नहीं पहुंचा।
पीडि़त परिवार को नहीं मिली विधिवत जानकारी एसपी डे ने बताया कि इस बात की जानकारी जब पीडि़त परिवार को दी तो यह पता चला कि प्रबंधन के इस ऑफर की सही सूचना उन तक नहीं पहुंची है। यूनियन ने प्रशासन से भी मांग की कि सही तरह से सूचना देकर इस मामले में पीडि़त परिवार को न्याय दिलाया जाए।