@Patrika सूचना पर हाइवे पेट्रोलिंग की टीम पहुंची। चश्मदीद आरक्षक सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि आटो को देखा तो होश उड़ गए, लेकिन ट्रेनिंग के पल याद आ गए। टीम में विनय सिंह और योगेन्द्र की मदद से उन्हें तत्काल निकालने की जुगत लगाने लगे।@Patrika सामने तीन लोग फंसे हुए थे। पीछे बैठा एक व्यक्ति की सांस चल रही थी। फौरन उसे हाइवे पेट्रोलिंग से निजी अस्पताल रवाना किया। फिर आटो में बैठेे लोगों को निकालने लगा। आटो पिचक गया था। तत्काल हाइवे की कार से रस्सी निकाला। कार से आटो को टोचन कर खींचा। आटो की बॉडी फैल गई। इसके बाद तीनों घायलों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका।
@Patrikaएएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि फोरलेन पर लोहे की रेलिंग टूटी पड़ी है। फ्लाईओवर निमार्ण के लिए मिट्टी परीक्षण काम जारी है। रेलिंग को सड़क पर ही छोड़ दिया है। इसके पहले लिखित में नेशनल हाइवे अथॉरिटी को आगाह किया गया कि नेहरू नगर से कोसानाला तक रेलिंग या फिर डिवाइटर को कंप्लीट कराया जाय। लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। रेलिंग लगी होती तो यह गंभीर हादसा नहीं होता।@Patrika