दिए है कार्रवाई के आदेश
दूषित रक्त चढ़ाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल पर कार्रवाई का आदेश दिया है। बच्चे को दूषित खून चढ़ाने वालों पर एक्शन लेने के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को आदेश दिया है। यह बात पीड़ित परिवार ने बताया। उनका कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय व नाको की दूषित रक्त चढ़ाने के आरोप में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल पर कार्रवाई का आदेश दिया है।
दूषित रक्त चढ़ाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल पर कार्रवाई का आदेश दिया है। बच्चे को दूषित खून चढ़ाने वालों पर एक्शन लेने के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को आदेश दिया है। यह बात पीड़ित परिवार ने बताया। उनका कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय व नाको की दूषित रक्त चढ़ाने के आरोप में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल पर कार्रवाई का आदेश दिया है।
आयोग ने कहा था मदद करने
परिवार का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय और नाको की अनुशंसा पर सेल को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है। साथ ही पीड़ित परिवार को एक लाख की आर्थिक मदद करने आयोग ने कहा था। जिस पर अब अमल किया गया है।
परिवार का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय और नाको की अनुशंसा पर सेल को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है। साथ ही पीड़ित परिवार को एक लाख की आर्थिक मदद करने आयोग ने कहा था। जिस पर अब अमल किया गया है।
कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी
प्राथमिकी तौर पर एक लाख की अंतरिम राशि देने का निर्देश पिछले आदेश में दिया था। इसके साथ चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई के आदेश पर पालन न करने पर पीएचआर अधिनियम 2013 की धारा 13 के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय अधीक्षक को मामले की रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
प्राथमिकी तौर पर एक लाख की अंतरिम राशि देने का निर्देश पिछले आदेश में दिया था। इसके साथ चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई के आदेश पर पालन न करने पर पीएचआर अधिनियम 2013 की धारा 13 के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय अधीक्षक को मामले की रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
किया था ब्लड बैंक का निरीक्षण
एनबीटीसी, सीडीएससीओ और एफडीए की राष्ट्रीय स्तरीय संयुक्त जांच दल ने सेक्टर-9 ब्लड बैंक का निरीक्षण किया था। जिसकी रिपोर्ट पेश करना है। बच्चे को दूषित रक्त चढ़ाने के मामले में पीडि़त परिवार ने राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक बीएसपी को घेरा है।
एनबीटीसी, सीडीएससीओ और एफडीए की राष्ट्रीय स्तरीय संयुक्त जांच दल ने सेक्टर-9 ब्लड बैंक का निरीक्षण किया था। जिसकी रिपोर्ट पेश करना है। बच्चे को दूषित रक्त चढ़ाने के मामले में पीडि़त परिवार ने राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक बीएसपी को घेरा है।
यह है आरोप
परिवार का आरोप है कि दूषित रक्त चढ़ाने से बच्चा एचआइवी पीड़ित हो गया है। इससे उसकी जिंदगी तबाह हो गई है। इस मामले को लेकर पिछले साल राज्य सरकार ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल के ब्लड बैंक का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था। बाद में राहत दी गई।
परिवार का आरोप है कि दूषित रक्त चढ़ाने से बच्चा एचआइवी पीड़ित हो गया है। इससे उसकी जिंदगी तबाह हो गई है। इस मामले को लेकर पिछले साल राज्य सरकार ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल के ब्लड बैंक का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था। बाद में राहत दी गई।