दुकानदारों के अवैध कब्जे व डिवाइडर के कारण सड़क बहुत सकरी हो गई है। इस कारण डिवाइडर पर हर दिन वाहनों की टक्कर हो रही है। खासकर पुराना बस स्टैंड, इंदिरा मार्केट कुआं चौक, इंदिरा गांधी प्रतिमा के सामने और पोलसाय पारा चौक पर। यहां कट से वाहन निकालने की आपाधापी में हर दिन दुर्घटना हो रही है।
डिवाइडर और अतिक्रमण के कारण पहले ही सकरी हो चुकी सड़क पर दुकानदार वाहनों की पॉर्किंग भी करा रहे हैं। इसके चलते आधी सड़क ही बच रही है। इससे केवल एक वाहन गुजरने लायक जगह रह जाती है। ऐसे में ट्रेफिक रफ्तार कम हो गई है। ऐसे में ओवर टेक की कोशिश में वाहन चालक टकराते हैं।
अवैधकब्जा हटाने के बाद जिला वेंडिंग समिति ने पुराना बस स्टैंड से इंदिरा मार्केट कुआं चौक तक नॉन वेंडिंग जोन घोषित किया था। यहां निगम ने दीवार खड़ी कर पॉर्किंग स्थल भी बनाया था। यहां अब फिर से कब्जा कर दुकानें लगाई जा रही है। वाहनों को पार्किंग से भी रोका जा रहा है।
विधानसभा चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद भी निगम प्रशासन द्वारा अवैध कब्जों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि इससे पहले आचार संहिता का हवाला देकर कार्रवाई से बचा जा रहा था। डेढ़ माह बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी।
नगर निगम ने बाजार क्षेत्र और सड़कों को अतिक्रमण से बचाने के लिए बेदखल किए गए दुकानदारों को महानगरों की तर्ज पर वेङ्क्षडग जोन बनाकर व्यवस्थापित करने की योजना बनाई थी। इसके लिए भुवनेश्वर का मॉडल भी तैयार किया गया था। चार माह बाद भी एक भी वेंडिंग जोन नहीं बनाया जा सका।