लडक़ी को अकेली देख रुके और छेड़छाड़ करना शुरू कर दी
पुलिस ने बताया कि पीडि़ता पान दुकान चलाती है। दुकान बंद कर अपने जीजा के साथ बाइक से घर लौट रही थी। गैरेज रोड श्रमिक चौक के पास गाड़ी रोककर लडक़ी का जीजा पेशाब करने चला गया। इस दौरान दो बाइक में 5 लडक़े गुजर रहे थे। लडक़ी को अकेली देख रुके और छेड़छाड़ करना शुरू कर दी।
जान बचाकर भागी लडक़ी
दुष्कर्म करने के बाद युवक पुलिस कार्रवाई की डर से लडक़ी को जान से मारने की कोशिश करने लगे। पीडि़ता युवकों से अपनी जान की भीख मांगते हुए इस घटना का जिक्र किसी से नहीं करने की बात कही। ञ्चक्कड्डह्लह्म्द्बद्मड्ड. युवक उसे गाड़ी में बैठाकर मजदूर चौक छोडऩे के लिए जा रहे थे कि रास्ते में गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया। मौके का फायदा उठाकर युवती आसपास स्थित बीएसपी क्वार्टर में जाकर मदद मांगी।
पुलिस ने युवती को भेजा सखी सेंटर
लोगों ने 108 एंबुलेंस बुलाया। एंबुलेंस कर्मी युवती को भ_ी थाना लेकर गए। यहां से युवती को महिला थाना भेजा गया। महिला थाना में ड्यूटी ऑफिसर डायल 112 से सखी सेंटर लेकर गए। सखी सेंटर वाले पहले युवती को रखने से इनकार कर दिए, लेकिन भिलाई नगर थाना से लिखित आदेश मिलने के बाद रखने के लिए तैयार हो गए। घटना के दूसरे दिन पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दिए। ञ्चक्कड्डह्लह्म्द्बद्मड्ड.श्रमिक चौक से लेकर युवती को जिस रास्ते से सेक्टर-6 लेकर गए थे, उन रास्तों की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है।
पीडि़ता के बयान और घटनाक्रम से मामले में कई सवाल खड़े कर रहे हैं
-बाइक में युवती का अपहरण संभव नहीं है। यदि अपहरण भी मान लें तो युवती चिल्लाई क्यों नहीं?
-घटना का प्रत्यक्षदर्शी जीजा ने युवकों का पीछा क्यों नहीं किया और अपहरण के तत्काल बाद थाने क्यों नहीं गया?
– बीएसपी क्वार्टर में जाकर किससे मदद मांगी?
– जब बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया था तो आरोपी पैदल ही गए होंगे? युवती ने मदद मांगने वाले व्यक्ति को युवकों का पीछा करने क्यों नहीं कहा?
– मामला प्रेम प्रसंग या सेक्स रैकेट से तो नहीं जुड़ा है?