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बीएसपी से 40 लाख का केबल चोरी

locationभिलाईPublished: Feb 10, 2019 12:24:54 am

Submitted by:

Bhuwan Sahu

भिलाई स्टील प्लांट से 40 लाख कीमत की कॉपर वायर चोरी के मामले में पुलिस और सीआइएसएफ आमने-सामने हो गए है।

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बीएसपी से 40 लाख का केबल चोरी

भिलाई . भिलाई स्टील प्लांट से 40 लाख कीमत की कॉपर वायर चोरी के मामले में पुलिस और सीआइएसएफ आमने-सामने हो गए है। संयंत्र की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कराना चाहती है, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। चोरी की यह घटना दो दिन पहले की है। चोरों ने बड़ी सफाई से स्टील मेल्टिंग शॉप- ३ के पास केबल को छीला और तांबे के तार को लेकर भाग गए।
सुरक्षा पर बड़ा सवाल

चौकाने वाली बात यह है कि बीएसपी की सुरक्षा में काफी संख्या में सीआइएसएफ के जवान तैनात हैं। जहां से चोरी हुई वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसके अलावा घटना स्थल के आस-पास तीन जवानों को सुरक्षा के लिए लगाया गया था। बावजूद चोरों ने केबल को काटा और उसकी छिलाई कर तांबे के तार को भरकर ले गए। ४० लाख की कीमत कीऔर इतनी तादात में तार को ले जाने के लिए किसी गाड़ी का उपयोग किया होगा। सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ जवानों को भनक तक नहीं लगी।
प्लांट के अंदर से तीन चोर १०० किलो तांबा के साथ गिरफ्तार

भिलाई भ_ी थाना पुलिस ने बीएसपी प्लांट के अंदर चोरी करने वाले तीन आरोपियों को खिलाफ केस दर्ज किया है। सीआइएसएफ के प्रधान आरक्षक एसएस पीड्डा ने हाउसिंग बोर्ड निवासी आरोपी सचिन मानिक राव पोनीकर (32), दीपक साहू (26) और रामनगर मुक्तिधाम जामा मस्जिद के पास रहने वाले राकेश कोइकर (31) को गिरफ्तार कर पुलिस को सौंप दिया। भट्टी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 447,379,34, 25,26 के तहत जुर्म दर्ज किया है। टीआई प्रमीला मंडावी ने बताया कि बीएसपी प्लांट के अंदर सुरक्षा में लगे जवानों ने रात में संदिग्ध व्यक्तियों को देखा। मोटर रूम के बेसमेंट के एक कमरे में छुप गए। वे बल सदस्यों के साथ मिलकर तीनों संदिग्ध को ट्रांसफ र्मर के कॉपर क्वाइल आइटम के साथ पकड़ लिया। आरोपियों ने चोरी करना स्वीकार किया। कॉपर क्वाइल का वजन लगभग 100 किलो और अनुमानित कीमत 40 हजार है। आरोपी संयंत्र में दीवार फांदकर गए थे।
छुपाया था ब्राजील का फेरो नियोबियम

एसएमएस-१ के सब स्टोर से ५८ बोरी ब्राजील से आयात की जाने वाली मिश्रित धातु (फेरो नियोबियम) को चोरों ने पार कर दिया था। इसके बाद इसकी शिकायत लेकर भट्टी थाना पहुंचे। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने से मनाकर दिया। तब सीआईएसएफ की क्राइम टीम ने बीएसपी प्लांट के अंदर तलाश की। तब जाकर ब्लास्ट फर्नेस २ के तहखाने में ४२ बैग की बरामदी की गई।
पुलिस-बिना जांच किए अज्ञात में कैसे एफआइआर दर्ज करें

भट्टी टीआई प्रमीला मंडावी का कहना है कि सीआइएसएफ के प्रधान आरक्षक दीपक दुबे और बीएसपी के अधिकारी शिकायत लेकर आए थे, लेकिन इस मामले में एफआइआर दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं है। कारण यह है कि प्लांट के अंदर सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआइएसएफ की है। बगैर संयंत्र के अंदर गए जांच कैसे होगी। सीधी बात यह है कि घटना स्थल पर सुरक्षा पर जिस जवान की तैनाती थी, उनसे पूछताछ करेंगे।
सीआईएसएफ-अन्य में अज्ञात पर केस तो दर्ज करती है पुलिस

इस संबंध मे सीआइएसएफ के डीआईजी उत्तम कुमार सरकार से संपर्क करने कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नही किया। वहीं एक अधिकारी ने कहा कि चोरी हुई है। चोर पकड़ में नहीं आए। अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराना चहाते हैं। पुलिस तो अन्य मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआइआर तो दर्ज करती है। जब हम लोग शिकायत लेकर गए तो साफ मना कर दी। इसके पीछे पुलिस की क्या मंशा है वे ही बताएंगे।
सीएसपी श्याम सुंदर शर्मा ने कहा कि सीआइएसएफ और और बीएसपी के अधिकारी शिकायत लेकर आए थे। उनसे जांच प्रतिवेदन की मांग की गई है। सीआइएसएफ के अधिकारी व कर्मचारी पहले जांच करे। क्योंकि यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र का है।

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