घटना १९ सितम्बर के शाम ४ बजे की है। छावनी थाना टीआई भावेश साव ने बताया कि सेवकराम पेंङ्क्षटग का काम करता था। एक साल से काम छोड़ दिया है।। शराब पीने का आदी हो गया है। देवकी नगर निगम में काम करती थी। उसकी एक बेटी कविता कपड़ा दुकान और बेटा विजय टेंट हाउस में काम करता है। इसी से परिवार का गुजर बसर होता था। शाम को दोनों बच्चे घर पर नहीं थे। देवकी खाना बना रही थी। सेवक राम कहीं से आयाा और शराब पीने देवकी से पैसे मांगने लगा। देवकी ने मना किया तो दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और उस पर मिट्टी तेल उड़ेल दिया। इसके बाद माचिस की तीली जलाकर उस पर फेंक दिया।
आग से झुलसती देवकी किसी तरह दरवाजा खोलकर बाहर निकली ओर एक पड़ोसी के मकान के सामने गिर गई। पड़ोसियों ने आग बुझाई। इसके बाद सुपेला शासकीय अस्पताल लेकर गए। वहां से पहले दुर्ग जिला अस्पताल फिर मेकाहारा रायपुर रेफर कर दिए। तीन दिन बाद देवकी की मौत हो गई। मां की मौत के बाद विजय ने थाने में अपने गुनाहगार पिता सेवक राम पाटिला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने धारा ३०७ के तहत जुर्म दर्ज कर सेवक राम को गिरफ्तार कर लिया।