इससे मिलावटखोरों की खाने-पीने के सामान में मिलावट की जांच मौके पर कर वस्तुस्थिति का पता लग सकेगा। यह वैन बीती रात बुधवार को चिकित्सा विभाग कार्यालय में पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार इसमें ३० से अधिक खाद्य पदार्थों की जांच हो सकेगी, जिसके लिए वैन में जांच मशीन सुसज्जित हैं और लैब टैक्नीशियन भी साथ रहेगा।
सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह का कहना है कि फिलहाल गाइड-लाइन नहीं मिली है फिर भी इसकी सेवाएं सुचारू होंगी तो इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अलग-अलग खाद्य सामग्री के अनुरूप निर्धारित दर पर लगभग ५० से १०० रुपए में मौके पर जांच करा सकेगा।
यह संभाग के विभिन्न स्थानों पर जाएगी, जहां मौके पर जांच कर रिपोर्ट भी हाथों-हाथ दी जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को अपने खरीदे खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की पहचान हो सकेगी। वहीं किसी क्षेत्र में ज्यादा मिलावटी सामग्री पाई जाती है तो वहां विभागीय कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।