नगर में एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में बताया कि गाडिया लौहार परिवारों के पुनर्वास की मांग को लेकर सोमवार को पार्षद वेदप्रकाश एवं गाडिया लौहार परिवार के लोगों ने एसडीएम कार्यालय प्रदर्शन किया। एसडीएम के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया। आरोप है कि थाना प्रभारी ने गाडिया लौहार के परिवारों की झुग्गियों को बलपूर्वक हटाना शुरू कर दिया। पार्षद ने थाना प्रभारी को समझाने का प्रयास किया जिस पर वह उखड़ गए और मारपीट कर दी। इससे पहले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राम मंदिर पर एकत्रित होकर सभा की। जिसमें वक्ताओं ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की। इस मौके पर पार्षद अकरम पवार, पूर्व पार्षद अर्जुन सिंह, संजय सिंघल, रामचरण शर्मा, कन्हैया पंडा, वकील सिंह, घनश्याम मित्तल, पवन, धीरज मित्तल, एबीवीपी के मयंक सोनी, गोलू मित्तल, रवि सैनी, विक्रम सिंह, रवि रावत, गोविंदा गालव, बिजेंद्र पांचाल, दिनेश सोनी, आशीष पटवा, दीपक सैनी सहित अन्य लोग मौजूद थे। वहीं, दी बार एसोसिएशन की मंगलवार को रूप सिंह राणा की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें थाना प्रभारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करते उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की मांग की। गौरतलब रहे कि सोमवार को एसीजेएम (प्रथम) के आदेश पर एसडीएम कार्यालय के बहार डेरा डाले गाडिया लौहार परिवारों की झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी कैलाशचंद मीणा व पार्षद वेदप्रकाश पटेल में नोकझोंक हो गई। इस दौरान थाना प्रभारी ने पार्षद को पकड़ कर मारपीट कर दी और शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया।