पुलिस ने इस खेल में शामिल उसके गांव जघीना निवासी होमगार्ड विजय सिंह व उसके रिश्तेदार समरथलाल को भी गिरफ्तार किया है। इन्हें पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया। जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने आरोपित कांस्टेबल लखनलाल मीणा को निलम्बित कर दिया है।
करौली के नई मण्डी थाना प्रभारी केसर सिंह ने बताया कि भरतपुर के सेवर थाने में कार्यरत लखनलाल कांस्टेबल के टोडाभीम निवासी रिश्तेदार दिनेश का गत दिनों मोबाइल गुम हो गया था। रिश्तेदार ने कांस्टेबल को बताया, जिस पर लखन ने भरतपुर साईक्लोन सेल से गुम हुए मोबाइल की लोकेशन निकलवा ली।
लखनलाल 16 अक्टूबर को लोकेशन के आधार पर हिण्डौन पहुंचा। यहां विक्की नामक युवक को पकड़ लिया, जिसने मोबाइल खरीदा था। कांस्टेबल, रिश्तेदार व होमगार्ड ने विक्की को धमकाया और छोडऩे की एवज में 30 हजार रुपए मांगे।
बाद में 15 हजार लेकर छोड़ते उसे मोबाइल बेचने वाले को लाने को कहा। विक्की को मोबाइल बेचने वाला सूखा नामक व्यक्ति मिल गया। कांस्टेबल ने उसे बयाना (भरतपुर) तक लाने की बात कही, जिस पर विक्की उसे बयाना छोड़ गया। सूखा ने कांस्टेबल को दूसरे खरीदार युवक विपिन व कमल सिंह निवासी हिण्डौन के नाम बताए, जिन्हें भी उसने पकड़ लिया। उसने छोडऩे की एवज में 1.50 लाख रुपए मांगे।
कमल सिंह ने अपने भाई को फोन घटना की जानकारी दी। कमल सिंह ने नई मण्डी पुलिस को बताया। पुलिस ने लखन के कॉल को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। इनके बीच एक लाख रुपए का सौदा हो गया।
पुलिस के बताए अनुसार भरतपुर की बजाय खेडला स्थित पेट्रोल पंप पर आने के लिए कहा। कांस्टेबल 18 अक्टूबर की रात में राशि लेने पेट्रोल पंप पर पहुंचा, जहां पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर बंधक बनाए लोगों को मुक्त कराया।