ट्राई के नियम के विरोध में जिला केबल ऑपरेटर एसोसिएशन ने 24 जनवरी को सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक केबल प्रसारण बंद रखा। जिले में सेट टॉप बॉक्स से केबल नेटवर्क का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या करीब 80 हजार है, इनमें अकेले शहर में ही 40 हजार उपभोक्ता है। जबकि टाटा स्काई, एयरटेल व वीडियोकॉन के डिश एंटीना वाले ग्राहकों की संख्या 40 हजार है। ट्राई 29 दिसंबर से पे-चैनल के लिए एमआरपी सिस्टम लागू कर चुका है। इसलिए अब एमएसओ (मल्टी सिस्टम ऑपरेटर) ब्रॉड कास्टर की ओर से भेजे गए फार्म लोकल ऑपरेटरों के जरिए घर-घर भेज रहे हैं। फार्म पर केबल ग्राहक को मोबाइल नंबर व सेट टॉप बॉक्स का नंबर तथा पे-चैनल की सूची लिखकर देनी होगी। इसके बाद एमएसओ फोन कर ग्राहक से कन्फर्म करेगा। ट्राई ने 18 प्रतिशत जीएसटी सहित 100 फ्री टू एयर चैनल के लिए 154 रुपए तय किए हैं। इसके बाद हर 25 पे-चैनल के पैकेज पर ग्राहक को 20 रुपए अलग से देने होंगे।
विरोध में उतरे केबल ऑपरेटर, कलक्टर को दिया ज्ञापन
जिला केबल ऑपरेटर एसोसिएशन ने जिला कलक्टर व एडीएम को ज्ञापन देकर हड़ताल के बारे में बताया है। ज्ञापन में उल्लेख किया है कि केबल टीवी की बढ़ती दरों के विरोध में राजस्थान केबल ऑपरेटर एसोसिएशन की ओर से केबल प्रसारण बंद रखने के आह्वान पर आज बंद रखा यह निर्णय राजस्थान केबल ऑपरेटर्स एसोएिशन की 20 जनवरी को अजमेर में हुई बैठक में लिया गया है। क्योंकि टेलीकॉम रेगूलेट्री अथोरिटी ऑफ इंडिया की ओर से एक फरवरी से नया टैरिफ ऑर्डर लागू होना प्रस्तावित है। इस टैरिफ ऑर्डर के लागू होने के बाद उपभोक्ताओं के लिए केबल टीवी देखना महंगा हो जाएगा। केबल ऑपरेटर की मुख्य मांग है कि किसी भी चैनल की एमआरपी पांच रुपए से ज्यादा नहीं हो। इससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक भार नहीं पड़े। प्रतिनिधिमंडल में सुभाष, पुष्पेंद्र सिंह, चंद्रसैन कुंतल, उमाशंकर, राजवीर सिंह, मनजीत सिंह, देवेंद्र सिंह आदि शामिल थे।