उन्होंने कहा कि आने वाले समय में किसान की आमदनी कैसे बढ़ाई जाए। इस पर सब जगह चिंतन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री का सपना है कि 2022 तक किसानों कि आमदनी को दोगुना By 2022, the country’s farmer income will double
किया जाए। यदि किसान अपने मन में ठान लें तो अपनी मेहनत और लगन से यह संभव कर सकता है और प्रधानमंत्री का सपना पूरा किया जा सकता है। उन्होनें कहा कि किसानों की कर्जमाफी समस्याओं का स्थाई समाधान नहीं है भारत सरकार चाहती है कि आने वाले समय में किसान इतना मजबूत हो जाए कि किसानों को ऋण की आवश्यकता ही नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि इस देश में दूध दही कि नदियां बहती थी और खेती को सबसे उत्तम माना जाता था लेकिन आज स्थिति गम्भीर हो गई है आज कोई भी किसान अपने बेटे को खेती नहीं करवाना चाहता है बल्कि किसी भी छोटी से छोटी नौकरी को करवाने को प्राथमिकता देता है।
सांसद रंजीता कोली ने आग्रह किया कि किसानों की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। इस अवसर पर निदेशालय के निदेशक डॉ. पीके राय ने मंत्री का स्वागत करते हुए किसानों के हित के लिए संवाद कार्यक्रम करने पर आभार जताया। भाजपा के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, प्रगतिशील किसान रूप सिंह, वीरैष भागौर, हरभान सिंह, ओमप्रकाश चौधरी, मोहन सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व मंत्री ने ग्राम अजान, सोगर, उवार, तुहिया एवं रारह में किसानों की समस्याएं सुनी एवं उनसे संवाद किया।