कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि कामनवेल्थ खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पूनम यादव को यादव महासंघ की ओर से अंगवस्त्रम एवं यथार्थ गीता देकर सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि रामजीत यादव ने अपने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का आह्वान किया। समारोह की अध्यक्षता गंगाराम यादव एवं संचालन अमृत लाल यादव ने किया ।
कौन है पूनम यादव ! बनारस से 7 किलोमीटर दूर बसे गांव दादूपुर की रहने वाली पूनम यादव का जीवन गरीबी से लड़ते हुए बीता है। इनके पिता एक किसान है। खेती और पशुपालन के सहारे अपने परिवार की जीविका चलाते हैं। पूनम के पिता ने अपनी बेटियों को वेट लिफ्टिंग सिखाने के लिए अपनी भैस तक बेंच दी थी। इतना ही नहीं 7 लाख रुपए कर्ज भी लिया था। पूनम की बहनें शशि और पूजा भी वेटलिफ्टिंग की तैयारी में जुटी हैं। पूनम यादव वर्तमान में रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत हैं। ग्लासगो में वह पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स खेली थीं। कॉमनवेल्थ गेम 2018 में बनारस की बेटी पूनम यादव ने स्वर्ण पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया।