जिस स्थान पर करंट लगने से चालक की मौत हुई है। वहां पर 11 केवी तार की ऊंचाई निर्धारित मापदण्ड के कम है। दरअसल 11 केवी की लाइन पहले से डली थी। इसके बाद साइलो प्लांट के लिए आरसीसी रोड बनाई गई। जिससे करीब एक मीटर सडक़ की ऊंचाई बढ़ गई और तार की ऊंचाई कम हो गई। राख लेने साइलो प्लांट तक आने वाले बलकरों की हाइट अधिक होने से हर समय हादसे का खतरा बना रहता था। जिससे समीप रहने वाले जागरूक नागरिक द्वारा कई बार साइलो प्लांट के अधिकारियों को अवगत कराया गया। बावजूद इसके गंभीरता नहीं दिखाई गई और बुधवार सुबह हादसा हो गया।
शहर में कई ऐसे स्थान है। जहां से 11 केवी की लाइन गई है और जमीन से तार की ऊंचाई कम है। समय रहते वितरण कंपनी द्वारा तार की ऊंचाई नहीं बढ़ाई गई तो और भी हादसे होने से इंकार नहीं किया जा सकता। बुधवार सुबह हुए हादसे स्थल पर ही कई लोगों ने वितरण कंपनी के सहायक यंत्री को तार की ऊंचाई कम होने की सूचना दी।
घटना स्थल का निरीक्षण किया है। सडक़ से 11 केवी तार की ऊंचाई कम है। इसलिए सहायक यंत्री की लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। महेन्द्र सिंह चौहान, टीआई, सारनी