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बलकर चालक की 11 केवी तार की चपेट में आने से मौत

locationबेतुलPublished: Aug 02, 2018 11:35:12 am

Submitted by:

rakesh malviya

साइलो प्लांट के सामने सुबह की घटना, जिस स्थान पर चालक की मौत हुई वहां पर 11 केवी तार की ऊंचाई निर्धारित मापदण्ड से कम थी

Due to the collapse of 11 KV wire of forceful driver

11 केवी तार की ऊंचाई के बारे में वितरण कंपनी के सहायक यंत्री से चर्चा करते टीआई समेत अन्य।

सारनी. सतपुड़ा ताप गृह के साइलो प्लांट के सामने खड़े बलकर पर चढ़े चालक की करंट लगने से मौत हो गई। घटना बुधवार सुबह करीब 8:45 बजे उस वक्त की है। जब बलकर क्रमांक एमपी 44 एचए-0669 का 26 वर्षीय चालक अरविंद पिता भगूताराम मेघवाल बलकर पर चढक़र कुछ कर रहा था कि 11 केवी लाइन की चपेट में आ गया। छाती और गर्दन के बीच करंट लगते ही नाली के पास गिर पड़ा। साथी चालक, परिचालक कुछ समझ पाते और अस्पताल लेकर जाते। इससे पहले ही अरविंद की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची एम्बुलेंस से मृतक के शव को मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक मूलतं: राजस्थान के झुंझुनू के धुटरूवास गांव का रहने वाला है। नीमच के जगदीश कंस्ट्रक्शन कंपनी के बलकर से राख लेने सारनी आया था। परिचालक रामपाल की सूचना पर सारनी पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्ट मार्टम कराकर राजस्थान के लिए रवाना कर दिया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई फतेबहादुर सिंह ने बताया मृतक के पिता नहीं है। मां से परिचालक द्वारा मोबाइल पर बात कराई गई। इसके बाद पीएम कराकर शव को राजस्थान के लिए सारनी से रवाना किया है। कंपनी द्वारा एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई है।
कम है 11 केवी तार की ऊंचाई
जिस स्थान पर करंट लगने से चालक की मौत हुई है। वहां पर 11 केवी तार की ऊंचाई निर्धारित मापदण्ड के कम है। दरअसल 11 केवी की लाइन पहले से डली थी। इसके बाद साइलो प्लांट के लिए आरसीसी रोड बनाई गई। जिससे करीब एक मीटर सडक़ की ऊंचाई बढ़ गई और तार की ऊंचाई कम हो गई। राख लेने साइलो प्लांट तक आने वाले बलकरों की हाइट अधिक होने से हर समय हादसे का खतरा बना रहता था। जिससे समीप रहने वाले जागरूक नागरिक द्वारा कई बार साइलो प्लांट के अधिकारियों को अवगत कराया गया। बावजूद इसके गंभीरता नहीं दिखाई गई और बुधवार सुबह हादसा हो गया।
और भी स्थानों पर हो सकते हैं हादसे
शहर में कई ऐसे स्थान है। जहां से 11 केवी की लाइन गई है और जमीन से तार की ऊंचाई कम है। समय रहते वितरण कंपनी द्वारा तार की ऊंचाई नहीं बढ़ाई गई तो और भी हादसे होने से इंकार नहीं किया जा सकता। बुधवार सुबह हुए हादसे स्थल पर ही कई लोगों ने वितरण कंपनी के सहायक यंत्री को तार की ऊंचाई कम होने की सूचना दी।
इनका कहना
घटना स्थल का निरीक्षण किया है। सडक़ से 11 केवी तार की ऊंचाई कम है। इसलिए सहायक यंत्री की लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। महेन्द्र सिंह चौहान, टीआई, सारनी

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