आयोग की अनुशंसा आवारा कुत्तों की पहचान कर वैज्ञानिक तरीके से करे गणना
बेतुलPublished: Jun 17, 2019 09:19:31 pm
आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने की घटनाओं में मौत होने के मामले सामने आने के बाद आवारा कुत्तों पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए मानव अधिकार आयोग को अनुशंसा करना पड़ी है।
बैतूल। आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने की घटनाओं में मौत होने के मामले सामने आने के बाद आवारा कुत्तों पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए मानव अधिकार आयोग को अनुशंसा करना पड़ी है। आयोग ने घटनाओं को जिक्र करते हुए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को पत्र लिखकर आवारा कुत्तों की पहचान व उनकी गणना वैज्ञानिक तरीके से कराए जाने तथा बंधियाकरण व टीकाकरण करने के निर्देश जारी किए हैं। उल्लेखनीय हो कि बैतूल नगरपालिका द्वारा आवारा कुत्तों को पकडऩे के लिए टेंडर कॉल किए गए हैे। टेंडर खुल चुके हैं लेकिन अभी तक आवारा कुत्तों को पकडऩे का काम शुरू नहीं हो सका है। जबकि शहर में आए दिन खासकर बच्चे इनका शिकार हो रहे हैं।
एनिमल बर्थ कंट्रोल रूल का पालन करना जरूरी
आयोग ने अपनी अनुशंसा में आवारा कुत्तों की धरपकड़ करने के साथ ही एनिमल बर्थ कंट्रोल रूल का परिपालन करने के निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि आवारा कुत्तों को पकडऩे के दौरान रूल के अंतर्गत दिए गए प्रावधानों का पालन सुनिश्चित किया जाए। कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रण के लिए भी रूल की गाइडलाइन को फॉलो किया जाए। आवारा कुत्तों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। ताकि कोई इंकार शिकार नहीं बन सके।
यह है आयोग की अनुशंसा
१. शहर में पर्याप्त संख्या में डॉग पाउंडस, शल्टर बनाए जाए ताकि गंभीर रूप से बीमार कुत्तों को वहा रखा जा सके।
२. कुत्तों की संख्या के अनुसार शहर में कुत्ते पकडऩे वाले वाहन और वाहन चालक स्वीकृत किए जाने चाहिए जो आवारा कुत्तों के द्वारा काटने की सूचना पर तत्काल कार्यवाही करें।
३. रैबीज इंजेक्शन पर्याप्त संख्या में सभी चिकित्सालयों में रखे जाए व २४ घंटे इंजेक्शन लगाने का इंतजाम हो।
४.पशु संगठनों के सहयोग से आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रण के लिए कार्यवाही की जाए।
५. आवारा कुत्तों के काटने से बचने के उपाय व काटने के बाद नगरपालिका को तत्काल सूचना देने एवं उपचार के लिए उन्हें क्या करना है इस संबंध में आम जनता को बताया जाए।