scriptअंधियारखोर-मक्खनपुर मार्ग पर रोपे थे दो हजार पौधे, दो सौ भी नहीं बचे | The seedlings were 2000 plants, not even 200 left On Nawagarh | Patrika News

अंधियारखोर-मक्खनपुर मार्ग पर रोपे थे दो हजार पौधे, दो सौ भी नहीं बचे

locationबेमेतराPublished: Feb 20, 2019 11:54:56 pm

विभागीय अधिकारी ने कहा – टैंकर से कर रहे हैं पौधों की सिंचाई, इधर गांव वालों ने कहा – हमने कभी नहीं देखा टैंकर से सिंचाई होते

Bemetara Patrika

अंधियारखोर-मक्खनपुर मार्ग पर रोपे थे दो हजार पौधे, दो सौ भी नहीं बचे

नवागढ़ . वनविहीन जिले को हरा-भरा करने के लिए वन विभाग द्वारा कोई सार्थक प्रयास नहीं किया जा रहा है। साल में कभी-कभार पौधारोपण किया जाता है, लेकिन पौधों की देखरेख नहीं की जाती। जिसकी वजह से वे पौधे पेड़ बनने से पहले ही नष्ट हो जाते हैं। यही नहीं अपनी जिम्मेदारी से भागने वाले अधिकारी गड़बड़ी छिपाने के लिए झूठ का भी सहारा लेते हैं। कुछ ऐसा ही अंधियारखोर से मक्खनपुर तक किए गए पौधारोपण के मामले में हुआ है। वन अधिकारी ने सार्वजनिक मंच पर विधायक व कलक्टर से झूठ बोलकर गुमराह किया। जिसका खुलासा पत्रिका प्रतिनिधि ने मौका निरीक्षण कर किया।
मुरता शिविर में सार्वजनिक मंच पर विधायक ने की थी पूछताछ
ज्ञात हो कि नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम मुरता में 30 जनवरी को आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में विधायक गुरुदयाल बंजारे ने सार्वजनिक मंच से कलक्टर से पूछा था कि वन विभाग द्वारा अंधियारखोर से मक्खनपुर तक किए गए पौधारोपण में पौधे सूख गए है, कोई देखभाल करने वाला नहीं है। विधायक के इस सवाल का जवाब देने के लिए विभाग के अधिकारी मंच पर आए और उन्होंने कहा कि पौधों की सिचाई टैंकर के माध्यम से कराई जा रही है। 10 प्रतिशत पौधरोपण किया जा रहा है।
पानी व निगरानी की कमी से तबाह हो गए पौधे
अधिकारी के बात की सत्यता जानने के लिए पत्रिका प्रतिनिधि ने मौके पर जाकर जब हाफ नदी के तट में अंधियारखोर से मक्खनपुर तक पौधे ढूंढे तो पता चला कि सन् 2017-18 में रोपे गए 2 हजार पौधों में से 200 पौधे भी नहीं बचे हैं। सूचना बोर्ड में सारा ब्यौरा अंकित है पर खर्च का ब्यौरा नहीं है। ग्रामीण मनोज ने बताया कि पानी व निगरानी की कमी की वजह से पौधे तबाह हो गए। वन विभाग की लापरवाही के कारण पौधों की जगह घास उग आए हैं।
करोड़ों के हाईटेक नर्सरी में है तालाबंदी की नौबत
ग्राम पंचायत जेवरा एन के सरपंच कार्तिक राम साहू ने कहा कि आज तक हमने टैंकर से सिंचाई करते किसी को नहीं देखा। शिविर में विधायक को झूठी जानकारी दी गई है। पौधारोपण व सिंचाई के नाम पर गड़बड़ी की गई है, पूरे कार्य की जांच होनी चाहिए। समाज सेवक संतोष साहू ने कहा कि ग्राम गिधवा में विदेशी परिंदों के लिए जो कार्ययोजना बनी, उसमें जो राशि व्यय की गई, वह जांच योग्य है। ग्राम धनगांव में करोड़ों की लागत से तैयार हाईटेक नर्सरी में तालाबंदी की स्थिति है। अकाल के कारण पूरे जिले से लाख से अधिक पेड़ किसानों ने बेच डाले। रोपण के नाम पर कागज में काम हुआ, जो चिंताजनक है।
वन विभाग के सभी कार्यों की होगी जांच
इस संबंध में नवागढ़ विधायक गुरुदयाल बंजारे ने कहा कि अंधियारखोर से मक्खनपुर व गिधवा जलाशय में किए गए समस्त व्यय की जांच के लिए कलक्टर को कहा जाएगा। वहीं कलक्टर महादेव कावरे ने कहा कि वन विभाग के सभी कार्यों की जांच होगी।
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