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निर्माणाधीन पुल में गिरकर ग्रामीण की मौत, अब ठेकेदार कंपनी पुलिस को नहीं बता रही घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम

locationबेमेतराPublished: Sep 23, 2018 12:18:36 am

निर्माणाधीन पुल में ग्रामीण की मौत के मामले में आरोप तय करने के लिए पुलिस ने लिखा था पत्र, ठेका कंपनी ने अब तक नहीं दिया जवाब

Bemetara Patrika

निर्माणाधीन पुल में गिरकर ग्रामीण की मौत, अब ठेकेदार कंपनी पुलिस को नहीं बता रही घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम

बेमेतरा/नवागढ़ . एडीबी परियोजना के तहत चंदखुरी से उमरिया तक निर्माणाधीन सड़क में ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरती गई। जिसे अधिकारियों ने भी संरक्षण दिया था। नतीजतन पुल में गिरकर एक युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में न्यायालय के आदेश के बाद दाढ़ी पुलिस ने ठेका कंपनी के अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। इसके बाद जांच भी शुरू कर दी है, लेकिन अपराध दर्ज होने के डेढ़ माह बाद भी इस मामले में पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
ग्रामीण की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों का मांगा है ब्यौरा
दाढ़ी पुलिस ने जांच के दौरान आरोप तय करने के लिए ठेका कंपनी को पत्र लिखकर घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की जानकारी मांगी थी। लेकिन ठेका कंपनी ने इस पत्र का कोई जवाब नहीं दिया है। पुलिस ने पत्र में लिखा है कि घटना दिनांक को घटना स्थल पर सुरक्षा के लिए विभाग ने किस अधिकारी-इंजीनियर को जिम्मेदारी दी थी और पूरे प्रोजेक्ट में इसकी निगरानी कौन कर रहा है। इस संबंध में पूरा ब्यौरा दें। लेकिन कंपनी घटना के लिए जिम्मेदार अपने कर्मचारियों के साथ-साथ इंजीनियर व अधिकारियों को भी बचाना चाह रही है। इसलिए अब तक पत्र का कोई जवाब नहीं दिया है।
11 दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे उग्र आंदोलन
ग्राम सूखाताल की घटना से नाराज समाजसेवी नेता राजेश दुबे ने कहा है कि यदि इस मामले में 5 अक्टूबर तक कोई कार्रवाई नहीं की गई और आरोपी नामजद नहीं किए गए तो एसपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इस सड़क निर्माण के लिए एडीबी परियोजना के प्रभारी ईई व सब इंजीनियर को आरोपी बनाया जाना चाहिए। ठेकेदार के कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी के लिए शासन ने जिन अधिकारियों की नियुक्ति की है, यदि वे अपने कार्य किए होते तो हादसे में एक ग्रामीण की जान नहीं जाती।
भुगत रहे हैं लोग
डायवर्सन के नाम पर विभाग ठेकेदार को मोटी रकम देती है पर इसमें मामूली राशि ही खर्च की जाती है। दाढ़ी में बना गनिया नाले का डायवर्सन इसका प्रमाण है। शुक्रवार को हुई बारिश का असर यह हुआ कि शनिवार को छात्र स्कूल ही नहीं जा सके। सड़क बनने से क्या आवागमन ठप होता है, यह एक नमूना है।
दुर्घटना के बाद भी नहीं सुधरी हालत
सूखाताल घटना के बाद भी निर्माणाधीन कंपनी की मनमानी नहीं रुक रही है। चंदखुरी से उमरिया तक दुर्घटना को आमंत्रण देने के लिए दो दर्जन से अधिक स्थान बना दिए गए हैं। मारो – चकवाय मोड़ झुलना तक तो साइड सोल्डर इतना कमजोर है कि कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। मारो में नाली निर्माण नहीं किया गया है। जहां-जहां पानी निकासी के लिए पाइप डाले गए हैं, वहां पर जानलेवा गड्ढा है। गोढ़ीकला, कंवराकांपा में अधूरे कार्य दुर्घटना को बुलावा दे रहे हैं। कंवराकांपा नाला में ब्रिज निर्माण कार्य में सरिया खुला छोड़ दिया गया है। गनिया, धोबनीकला, प्रतापपुर, नगपुरा, छिरहा से बिरसिंघी, बैहरसरी, सूखाताल, दाढ़ी में समस्याग्रस्त स्थानों में कोई संकेतक नहीं हैं।
नहीं मिला है जवाब
दाढ़ी थाना प्रभारी बीएल सोनी ने बताया कि ठेका कंपनी ने आरोपी के नाम तय करने के लिए भेजे गए पत्र का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। सोमवार को प्रोजेक्ट प्रभारी बिलासपुर से जानकारी ली जाएगी। वहीं नवागढ़ कार्यालय के संचालकों से भी पूछताछ करेंगे।
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