ये है मामला
गुजरात के लिम्बायत गोडाद्रा विस्तार में गत तेरह अक्तूबर को साढ़े तीन साल की मासूम की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। बच्ची दो दिनों से लापता थी। इस मामले में अनिल यादव का नाम आया था। जिस घर में बच्ची रहती थी उसके सामने वाले घर में अनिल किराए पर रहता था। पुलिस और क्राइम ब्रांच की दस टीमों की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची का शव उसके ही मकान के नीचे एक कमरे के अंदर प्लास्टिक बैग में बरामद किया गया था।
अनिल यादव नाम सामने आने के बाद गुजरात छोड़कर बिहार भाग आया। इस घटना से उपजे आक्रोश की मार हजारों बिहारियों और उत्तर भारतीयों को झेलनी पड़ी। घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों की हिंसा का शिकार हुए बड़ी संख्या में लोग गुजरात से पलायन कर बिहार वपसी को मजबूर हो गए। उत्तर भारतीयों के खिलाफ फैली हिंसा में राजनीति ने जगह ले ली।