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Teja Mela: इस बात को लेकर रूठे मेला समिति सदस्य, दिया स्तीफा

locationब्यावरPublished: Sep 06, 2019 08:36:26 pm

Submitted by:

tarun kashyap

मनमर्जी से निर्णय लेने का लगाया आरोप

Teja Mela: इस बात को लेकर रूठे मेला समिति  सदस्य, दिया स्तीफा

beawar

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
ब्यावर. तेजा मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाली पार्टियों व स्मारिका को लेकर उठा विवाद अभी खत्म ही हुआ था कि शुक्रवार को नया विवाद खड़ा हो गया। मामला मेले के सीधे प्रसारण से जुड़ा है। मेला समिति सदस्य मनोज बाबेल की ओर से आयुक्त को भेजे गए इस्तीफे में समिति की बैठक में प्रसारण सबंधी निर्णय नहीं होने के बावजूद राजनैतिक दबाव में मनमर्जी से नगर परिषद को राजस्व नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। विधायक को कार्यक्रमों में यथोचित समान नहीं देने व दुकानों की आवंटन राशि में भी मनमानी करने का आरोप जड़ा है।
बाबेल ने आयुक्त को समिति सदस्य पद से सौंपे गए इस्तीफे में लिखा है कि दो सितबर को हुई मेला समिति की बैठक में प्रस्ताव संया तीन में मेले के सीधे प्रसारण के लिए किसी को भी अधिकृत नहीं किया गया न ही प्रस्ताव पर किसी प्रकार की चर्चा हुई। इससे पूर्व हुई मेला समिति की बैठक में सीधा प्रसारण न लाभ न हानि के अनुरुप स्वेच्छा से करना चाहे तो सीधे प्रसारण के लिए अनुमति दी गई। बाबेल ने बताया कि परिषद की खराब आर्थिक स्थिति के कारण कर्मचारियों को तनवाह समय पर नहीं मिल पाती है। ऐसे में मेले का सीधा प्रसारण किया जाता है तो इसके लिए मिलने वाले विज्ञापन की रसीद नगर परिषद की ओर से काट कर नगर परिषद कोष में जमा की जानी चाहिए। विधायक शंकरसिंह रावत को जनभावना के अनुरुप मान समान नहीं दिए जाने से मन को ठेस लगना भी इस्तीफे का एक कारण बताया है। गौरतलब है कि पूर्व में स्मारिका प्रकाशन पर विरोध शुरु हुआ तो परिषद को आखिरकार स्मारिका प्रकाशन का निर्णय टालना पड़ा। इसके बाद सांस्कृतिक पार्टियों को लेकर विरोध हुआ तो एक सांस्कृतिक पार्टी बदलनी पड़ी। निमंत्रण पत्र में इस बदलाव के चलते स्टीकर चिपकाकर सुधार करना पड़ा।
सड़क व नाली क्रांसिग नहीं करवाई सही
समिति सदस्य बाबेल ने आरोप लगाया कि सीवरेज कार्य के दौरान खोदी गईसड़क व बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हुए नाला क्रांसिग व सड़क मरमत को लेकर बार-बार बैठक में ध्यान आकर्षित किया लेकिन सही नहीं करवाए जाने से मेलार्थियों को परेशानी का सामना करना होगा। इसके अलावा उन्होंने मेले में दुकानदारों से ली जाने वाली राशि पर भी असंतोष जताया।
इनका कहना है…
मेला समिति सदस्य ने इस्तीफा दिया है। इस्तीफा मिल गया है। आपत्ति पर सभापति, आयुक्त व मेला संयोजक निर्णय कर सकते है। इस पर विचार कर निर्णय किया जाएगा।
-राजेन्द्रसिंह, आयुक्त, नगर परिषद

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