प्राचीन भारतीय चिकित्सा शास्त्रियों के अनुसार यह बालों के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ तनाव से भी राहत दिलाता है।
प्रोटीन से भरपूर तिल का तेल कई तरह से लाभकारी है। प्राचीन भारतीय चिकित्सा शास्त्रियों के अनुसार यह बालों के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ तनाव से भी राहत दिलाता है।
इसमें चिपचिपाहट नहीं होती। इसके इस्तेमाल से बालों में चमक और मजबूती आती है। रोजाना इस तेल का प्रयोग बालों के असमय सफेद होने की समस्या में लाभकारी है। इसके तेल से नियमित सिर की मसाज से कोशिकाएं सक्रिय होती हैं। जिससे बालों की ग्रोथ बढ़ती है।
तनाव भी बालों के झडऩे की एक बड़ी वजह है। सिर पर इसकी मसाज करने से थकान दूर होती है और मूड भी अच्छा होता है। इससे सिर की त्वचा को पोषण मिलने के साथ रक्तसंचार बेहतर होता है जिससे नए बाल उगने लगते हैं व दो-मुंहे बालों की समस्या दूर होती है। तिल का तेल हेयर डैमेज रोकता है। रूखे-सूखे बालों को सॉफ्ट बनाकर बालों की गुणवत्ता बढ़ाता है। यदि लंबे समय की सिर में रूसी की समस्या है तो सिर धोने से थोड़ी देर पहले इसे बालों में लगाएं। ऐसा 2-3 बार करने से समस्या में आराम मिलेगा।