कहा कि महिलाओं को अब चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार उनकी मदद के लिए हमेशा योजनाओं का संचालन कर रही है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए अब उन्हें वाहन के साथ ही चालक की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जिससे वह आर्थिक रूप से मजबूत होंगी।
ग्राम्य विकास मंत्री शिवहर्ष किसान पीजी कॉलेज के निकट स्थित मैरेज हाल में जिला मिशन प्रबंधक इकाई बस्ती की ओर से आयोजित मेगा कैंप में कहा कि अब तक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 32 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गई हैं।
वहीं यह भी कहा कि समूह की महिलाओं को अब सोलर चरखा दिया जाएगा. इससे वह सूत कातकर प्रतिदिन 500 से 1000 रुपये की आमदनी कर सकेंगी। महिलाओं को अब चार मंजिला भवन पर ऊपर ईंट लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब वह मजदूर नहीं राजगीर मिस्त्री के रूप में काम करेंगी। उन्हें राजगीर मिस्त्री का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अस्पतालों में समूह की महिलाओं को कैंटीन चलाने का भी अवसर दिया जाएगा। महिलाओं से कहा कि समूह सामान बनाएगा और सरकार बाजार उपलब्ध कराएगी।