गांव से कई निजी अस्पताल में भर्ती गोठ की पट्टी गांव निवासी ने बताया कि गांव में अंकित पुत्र रमेश बलाई व वंदना पुत्र सीताराम बलाई बुखार (fever) से पीडि़त मरीज निजी अस्पताल में भर्ती है। अंकित के पिता रमेश बलाई भी आठ दिन अस्पताल में भर्ती (fever) रहकर आए है। इसके अलावा इसी परिवार की जिया पुत्री दुर्गालाल बलाई व आदित्य पुत्र फूलचंद बलाई (fever) भी अस्पताल में भर्ती हो चुके है।
अब तक इनकी हो चुकी मौत उपखंड क्षेत्र में स्क्रब टायफस (Scrub typhus) व डेंगू (Dengue) से तीन जनों की मौत हो चुकी है। डेंगू (Dengue) से गठवाडी के नेकावाला गांव में एक युवक तथा खराना में स्क्रब टायफस (Scrub typhus) से एक वृद्ध की मौत हो चुकी है। इसके अलावा चावडियां में एक छह वर्षीय बालिका की भी जेके लॉन अस्पताल में एक माह पहले मौत हो चुकी है।
एडीज मच्छर से फैलती बीमारी डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है। जब ये मच्छर हमारे शरीर में काटते हैं तो शरीर में वायरस फैल जाता है। ये वायरस प्लेटलेट्स के निर्माण प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। सामान्यत हमारे शरीर में एक बार प्लेटलेट्स का निर्माण होने के बाद 5-10 दिन तक रहता है, जब इनकी संख्या घटने लगती है तब शरीर कमजोर हो जाता है।
प्लेटलेट्स की घटती है संख्या डेंगू होने पर प्लेटलेट्स की संख्या घटने लगती है। प्लेटलेट्स दरअसल रक्त का थक्का बनाने वाले सेल होती हैं, जो लगातार नष्ट होकर निर्मित होती रहती है। ये सेल रक्त में 1 लाख से 3 लाख तक पाई जाती हैं। डेंगू में ये कम होने लगते हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। यह है।
डेंगू के लक्षण तेज ठंड के साथ व बुखार आना। कमर, मांसपेशियों, जोड़ों और सिर में तेज दर्द होना। हल्की खांसी गले में दर्द और खराश का होना। शरीर पर लाल-लाल दाने, रैश दिखाई देता है। थकावट, भूख न लगना और कमजोरी होना। उलटी और दर्द होना।
ऐसे करें बचाव डेंगू के मच्छर अक्सर साफ पानी में ही पैदा होते है। ऐसे में आसपास कहीं भी पानी जमा होने ना दें। जितना हो सके बच्चों को पूरी बाजू के कपडे पहनाए। घर और गली में कीटनाशक का छिडक़ाव जरूर करवाएं। घर की खिड़कियों को बंद करके रखे। कूड़े के डिब्बे में कूड़ा जमा होने न दे। इससे मच्छर पैदा होते हैं।
इनका कहना है गोठ की पट्टी गांव में महिला की डेंगू (Dengue) से मौत हुई है। ग्रामीण फोगिंग से असंतुष्ठ है। सोमवार को दुबारा फोगिंग कराई जाएगी। बुखार (fever) के मरीजों की स्लाईड ली जाएगी।
-डॉ. राजेंद्र शर्मा, कार्यवाहक बीसीएमएचओ, जमवारामगढ़ गोट की पट्टी गांव में कई परिवार बुखार से ग्रसित है। चिकित्सा विभाग की ओर से बीमार लोगों के रक्त के नमूने लेकर जांच करवाने तथा फोगिंग करवाने की मांग की है।
-विमलादेवी मीना, सरपंच खरकड़ा