समाजसेवी रामावतार सैनी ने बताया कि कस्बे के ढाणी उदाकावाली निवासी सुरेश कुमार सैनी की बकरियां मकान के पास बाड़े में बंधी हुई थी। परिजन बकरियों को बांधकर सो गए। देर रात करीब 2 बजे आए पैंथर ने बाड़े में घुसकर एक बकरी का शिकार कर लिया। अन्य बकरियों के चिल्लाने की अवाज सुनकर सुरेश कुमार बाड़े की तरफ गया तो एक बकरी मृत पड़ी थी। आवाज सुनकर पैंथर वहां से ओझल हो गया।
इसके कुछ देर बाद ही पास में रहने वाले दौलत कुमार सैनी के घर के पास बंधी एक बकरी का भी बघेरा शिकार कर ले गया।
इसके अलावा ढाणी पडीयावाली निवासी सूरजमल सैनी के घर से भी पैंथर दो बकरियों को उठा ले गया। गांव में पैंथर आने की सूचना पर सुबह काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों को अवगत कराते हुए पैंथर को पकडऩे की मांग की।
कई दिन से पैंथर की आवाजाही
ग्रामीणों ने बताया की कुछ दिनों से अमरसर कस्बे के धोबी घाट के आस -पास पैंथर की आवाजाही देखी गई है। यहां अल सुबह भ्रमण के लिए जाने वाले लोगों ने पैंथर के पगमार्क देखकर उस तरफ भ्रमण लिए जाना ही छोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि बकरियों के शिकार की घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है।
कूण्डला क्षेत्र में भी पैंथर की दहशत इधर, विराटनगर तहसील के कुण्डला क्षेत्र में भी पैंथर की आवाजाही से ग्रामीणों में दहशत है। क्षेत्र के जोधूला समेत पहाड़ी के पास बसे कई गांवों में पैंथर की आवाजाही बनी रहती है। यहां पैंथर अब तक कई मवेशियों का शिकार भी कर चुका है।
खोरी गांव में भी पैंथर की आवाजाही
शाहपुरा के पास खोरी गांव में भी पैंथर की आवाजाही से लोग भयभीत है। यहां भी ग्रामीणों ने रात को कई बार पैंथर देखा है। मवेशियों के शिकार की घटनाओं के बाद ग्रामीणों को रात को घरों से निकलने में भी डर लगता है।