मां मातंगी, दस महा विद्याओं में से नौवी विद्या है। मां मातंगी दरबार की शक्ति इस लिए भी प्रबल है, क्योंकि मां मातंगी, शक्ति स्वरूप मां पार्वती का ही स्वरूप हैं और मतंग महादेव यानि भगवान शंकर की अर्धशक्ति हैं। प्रेमा साई महाराज का दरबार मां मातंगी के आशीर्वाद का ही प्रतिरूप है। रायपुर छत्तीसगढ़ में लगने वाला ये दरबार किसी अलौकिक स्थल जैसा है। जब हम कष्टों की बात करते हैं तो उसमें सभी तरह की परेशानियां शामिल हो जाती हैं। शारीरिक कष्ट, मानसिक परेशानी, पेशे और व्यापार से जुड़ी समस्या, आर्थिक तंगी और ऐसी बहुत सारी और समस्याएं। आप प्रेमा साई महाराज के सम्मुख जाएं और वो लिख कर बता दें कि आपकी क्या समस्या है, ये मां मातंगी का आशीर्वाद ही तो है!
सही समाधान तभी संभव होता है जब समस्या की जानकारी सही हो! और यहां तो आपके मन में छुपी हर तकलीफ की जानकारी पहले से ही है। समाधान की अगर बात करें तो राम बाण जैसा है एकदम अचूक। यहां सबसे कमाल और आश्चर्यचकित बात ये है कि लाखों की संख्या में लोग अपनी समस्या ले कर आते हैं और हर कोई समाधान ले कर ही जाता है. इस दरबार में से कोई कभी खाली हाथ वापिस नहीं जाता!
उदास चेहरे, मुस्कुराते हुए जाते हैं वापस जब हम शारीरिक रोग अथवा परेशानी की बात करते हैं तो एक ऐसी समस्या है, जो कई वर्षों से हमारे आस पास देखने को मिलती है! ऐसी समस्या जिसका पूर्णतया उपचार संभव नहीं! और ये समस्या है.. अस्थमा! अस्थमा एक तरह की सांस से जुड़ी तकलीफ है.. जो हर आयु के लोगों में हो सकती है.. इसका शत प्रतिशत समाधान कहीं भी नहीं होता! उपचार के नाम पर दवाइयां और परहेज की सूची दे दिया जाता है और ये कभी खत्म ना होने वाली तकलीफ बन कर रह जाती है, लेकिन मां मातंगी दरबार में इसका इलाज शत प्रतिशत किया जाता है! ये चमत्कार प्रेमा साई महाराज 4 वर्षों से कर रहे हैं! यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि अस्थमा की दवाई यहां निशुल्क दी जाती है!