बस्सी में सुबह शोभायात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने दिनभर उपवास रखा। कोई निरहार और फलाहार, तो किसी ने एक समय खाना खाया। प्रभु के जन्म के स्वागत में मंदिरों और बाजारों को रंग बिरंगी लाइटों, गुब्बारों, बांदरवाल, फूल आदि से सजाया गया। कस्बा के बंशीधर मंदिर से सुबह गाजे बाजे के साथ ठाकुरजी की शोभायात्रा निकाली गई। ध्वज पूजन के साथ बिदाजी मंदिर चौक से शुरू हुई यात्रा बिदाजी तिराहा, चक रोड, बस स्टैंड, सूर्यनारायण मंदिर, भादुका मौहल्ला, छीपा मौहल्ला, कल्याणगंज होते हुए सुनार मौहल्ला, गौर बाजार होकर वापस बंशीधर मंदिर पहुंची। शोभायात्रा में श्रद्धालुओं ने जगह जगह ठाकुरजी की पूजा अर्चना की। शोभायात्रा में प्रभु स्वागत में प्रमुख स्थानों पर तोरण द्वार भी सजाए गए। शाम को भजन संध्या ुहुई, जिसमें कलाकारों ने भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियां दी।
सजे मंदिर और बाजार
शोभायात्रा में लखेरों के मौहल्ला स्थित सीताराम मंदिर के सामने समेत कई स्थानों पर मटकी फोड़ कार्यक्रम हुआ। इसमें नन्हे मुन्नों ने माखन से भरी लटकी मटकी फोड़कर माखन खाया।
कस्बा के सूर्यनारायण मंदिर, कल्याणजी मंदिर, सीताराम मंदिर, मुरलीमनोहर मंदिर, गोपीनाथ मंदिर, सांभरिया रोड स्थित वैंकटेश्वर मंदिर, ढिंढ़़ोल स्थित ठाकुरजी मंदिर, चारणवास स्थित ठाकुरजी मंदिर आदि मंदिरों समेत आसपास के क्षेत्र को सजाया।