उन्होंने जल्द ही पेयजल समस्या से निजात नहीं दिलाए जाने पर वापस धरना प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी।
ग्रामीणों ने बताया कि रावपुरा गांव के मध्य बनी बड़ी जीएलआर टंकी के माध्यम से ग्रामीण पानी भरते है। करीब 20 दिन से एक बोरिंग खराब होने से गांव में पेयजल व्यवस्था गड़बड़ा रही है। ग्रामीण नरपत सिंह, राहुल सिंह, करणसिंह, बलबीर सिंह, रविकांत शर्मा, राजेश स्वामी, सोहन स्वामी, अकबर यादव, अंशुमान सिंह, लक्ष्मण यादव, भागीरथ यादव, विशाल सिंह, दातार सिंह, सन्नी सिंह, अमन सिंह, दिनेश स्वामी, नरेंद्र सिंह, इंदर सिंह सहित कई लोगों ने बताया कि गांव में आबादी भूमि में मध्य बनी बड़ी जीएलआर टंकी ही पेयजल का एकमात्र स्रोत है। इस पेयजल टंकी को भरने के लिए गांव में दो बोरिंग है। जिनमें एक बोरिंग 20 दिन से खराब पड़ा है। समस्या के संबंध में प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने दूरभाष पर प्रशासन को अवगत कराया। उन्होंने जल्द ही पेयजल की समस्या से निजात नहीं दिलाने पर वापस विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। इधर, प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही नलकूप की मोटर को ठीक कराया जाकर जलापूर्ति सुचारू करवा दी जाएगी।
निजी नलकूपों पर भटक रहे लोग
पेयजल समस्या से त्रस्त लोगों ने बताया कि नलकूप के खराब होने से पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में लोगों को पेयजल के लिए इधर, उधर भटकना पड़ रहा है। इससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। सुबह होते ही पेयजल की व्यवस्था की चिंता सताने लग जाती है। कई लोग तो निजी टैंकरों से पानी डलवा रहे है। जिससे उनकों आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।