बड़वानीPublished: Jul 21, 2019 11:03:18 am
मनीष अरोड़ा
ग्राम करी में मिली कॉलेज के लिए 10 एकड़ भूमि का हुआ हस्तांतरण, आदिवासी बाहुल्य जिले को बड़ी सौगात, कर चुके पीएम मोदी डिजिटल लांचिंग, 24 माह में बनकर तैयार हो जाएगा कॉलेज, बनेगा अत्याधुनिक भवन
New Model college will be set up at village kari costing 12 crores
बड़वानी. पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत मॉडल कॉलेज के लिए शनिवार को भूमि का हस्तांतरण हुआ। इसके साथ ही कॉलेज बनने की प्रक्रिया भी अब आरंभ हो जाएगी। पिछले माह कलेक्टर ने 10 एकड़ भूमि ग्राम करी में पॉलीटेक्निक कॉलेज के सामने आवंटित की थी। जिसका हस्तातंरण राजस्व विभाग द्वारा मौके पर ही एसबीएन कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरएन शुक्ला व रूसा के समन्वयक डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी को भूमि का कब्जा सौंपा। महाविद्यालय प्रशासन ने आवश्यक दस्तावेज निर्माण एजेंसी पीआईयू को निर्माण के लिए भेज दिए है।
प्राचार्य डॉ. शुक्ला एवं नोडल अधिकारी डॉ. केएस बघेल ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वज्ञक्रा रूसा कॉम्पोनेंट-5 में नए मॉडल कॉलेज की स्थापना अनुसूचित जनजाति उप योजना के अंतर्गत 12 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। जिसमें भवन निर्माण, उपकरण शामिल है। मॉडल कॉलेज के अत्याधुनिक भवन की प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति भी मिल चुकी है। मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग से इसका स्वीकृति पत्र भी प्राप्त हो गया है। उल्लेखनीय है कि इस अत्याधुनिक मॉडल कॉलेज भवन की आधारशिला जम्मू कश्मीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल लांचिंग के माध्यम से रखी थी।
अगले सप्ताह से आरंभ होगा निर्माण
डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी ने बताया कि पॉलीटेक्निक कॉलेज के सामन पहाड़ी की तलहटी में अगले सप्ताह से कॉलेज निर्माण का कार्य आरंभ हो जाएगा। मॉडल कॉलेज का निर्माण अत्याधुनिक सुविधाओं से भरपूर होगा, जिसमें संपूर्ण सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कुल 8 मॉडल कॉलेज की स्वीकृति मिली है। जिसमें बड़वानी, छतरपुर, दमोह, गुना, खंडवा, राजगढ़, सिंगरौली एवं विदिशा शामिल है।
एसबीएन कॉलेज पर दबाव खत्म होगा
वर्तमान में जिले में 8 कॉलेज संचालित हो रहे है। बड़वानी में एसबीएन कॉलेज पर विद्यार्थियों की संख्या का दबाव है। मॉडल कॉलेज निर्माण से एसबीएन कॉलेज से दबाव खत्म होगा। मॉडल कॉलेज में विज्ञान, कला एवं वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को सुविधा मिलेगी। शासन स्तर से महाविद्यालय का स्टाफ भी अगल से स्वीकृत किया जाएगा। निर्माण एजेंसी द्वारा 24 माह में इस कॉलेज को बनाकर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। 2021 में कॉजेल आरंभ हो सकता है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर कॉलेज प्रशासन ने 10 सदस्यों की मानिटरिंग कमेटी भी गठित की है।