दर्दनाक घटना के संबंध में जानकारी देते हुए मासूम के पिता रवि का कहना है कि सुबह वे घर मे सोए हुए थे और शौर्य की मां बाथरूम में थी। इसी दौरान उनका बेटा घर के बाहर खेल रहा था। अचानक एक साथ 8 से 10 कुत्तों ने उसपर हमला कर दिया। जबतक हम लोग कुत्तों की आवाजें सुनकर घर से बाहर निकले तब तक वो शोर्य को बुरी तरह नोच चुके थे। मां ने दौड़कर कड़ी मशक्कत से किसी तरह अपने बच्चे को कुत्तों के जबड़ों से छुड़ाया। बच्चा बुरी तरह घायल हो चुका था। उसे तत्काल माता-पिता पास के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से उसे सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। लेकिन, अस्पताल पहुंचने तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
यह भी पढ़ें- Ola चालक सावधान ! सड़क पर आग का गोला बनी इलेक्ट्रिक मोपेड, चालक ने कूदकर बचाई जान, VIDEO
घटना के बाद इलाके के लोगों में नगर पालिका के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला। वहीं नेता प्रतिपक्ष राकेश सिंह समेत कुछ पार्षद इलाके के लोगों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने बताया की ये घटना उनके ही वार्ड क्रमांक 9 में हुई है जहां नरभक्षी कुत्तों ने 2 साल के मासूम को इस कदर घायल कर दिया की उसका शरीर पोस्टमार्टम के लायक भी नहीं बचा। उन्होंने कहा कि, ये समस्या सिर्फ एक वार्ड की नहीं है, बल्कि पूरे शहर की बनी हुई है। यहां आए दिन लोग कुत्तों के हमलों का शिकार हो रहे हैं।
वहीं नगर पालिका बड़वानी के सीएमओ कुशाल सिंह दुबे ने बताया कि हम लोग तो आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई हमेशा करते रहते हैं, लेकिन कुछ पशु प्रेमी संगठनों के चलते लगातार कार्रवाई जारी नहीं रख पाते। यहां तक कि कार्रवाई करने के चलते उनपर एफआईआर तक की जा चुकी है। हालांकि फिर भी हम कुत्ते पकड़ रहे हैं। साथ ही जो हाट बाजार में आसपास के लोगों के साथ आने वाले कुत्ते भी भटककर यही रह जाते हैं। तो वहीं कचरा ग्राउंड के पास ही फेंके गए मृत पशुओं को खाने के बाद ये कुत्ते हमलावर हो रहे हैं। हालांकि, वे जल्द से जल्द आवारा कुत्तों को पकड़ने का मुहिम शुरू करेंगे ताकि ऐसी घटना शहर में दोबारा न हो सके।