बड़वानीPublished: Jun 21, 2019 11:41:20 am
मनीष अरोड़ा
स्वच्छता सर्वेक्षण का पहला त्रैमासिक सर्वे हो सकता है कभी भी, बनवाए लाखों के सुविधाघर, लापरवाही से पहुंचे बद्तर हाल में, पॉलीथिन के उपयोग पर रोक लगाने में नाकाम रहा नगर पालिका
Cleanliness survey
बड़वानी. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में इस बार चार चरणों में होना है।पहले त्रैमासिक सर्वे के लिए इस माह के अंत तक दिल्ली से कभी भी टीम आ सकती है। परीक्षा की घड़ी सिर पर होने के बाद भी नगर पालिका चेत नहीं रहा है।कचरा प्रबंधन, डोर-टू-डोर और बस स्टैंड पर सफाईके अलावा कहीं ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पिछले बार बनाए गए लाखों के आधुनिक सुविधाघर बदहाल होने लगे है।पॉलीथिन के उपयोग पर भी रोक लगाने में नगर पालिका नाकाम रहा।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में पहले त्रैमासिक का स्वच्छता अभियान 1 अप्रैल से 30 जून तक चलाना है। पहले दो माह तो लोकसभा चुनाव में निकल गए। बचे एक माह में नगर पालिका द्वारा बारिश पूर्व नालों की सफाई में अपना पूरा ध्यान लगाया गया।अब जून के 20 दिन गुजरने के बाद भी नगर पालिका स्वच्छता अभियान को लेकर सक्रिय नहीं हुआ है।सफाई अभियान रोजमर्रा की दिनचर्या के समान ही किया जा रहा है।पॉश कॉलोनियों में खाली प्लाटों पर फैला कचरा, होटलों, ठेलों के आसपास फेंकी जा रही गंदगी को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
आधुनिक सुविधाघरों से बह रही गंदगी
पिछले स्वच्छता अभियान के दौरान नपा ने शहर में 16 आधुनिक सुविधाघर बनवाए थे। सर्वेक्षण के दौरान अधूरे होने से लाखों खर्च करने के बाद भी ये सुविधाघर कोई अंक नहीं दिलवा पाए थे। नए सर्वेक्षण में उम्मीद थी कि इन सुविधाघरों के चलते नपा को अतिरिक्त अंक मिल सकते है, लेकिन इनके हालात देखकर ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा है। आधुनिक सुविधाघरों में से लोग सेंसर, नलों की टोटियां, लाइट तक चुरा ले गए। कई जगह पाइप तोड़ दिए गए, जिसके कारण सुविधाघरों से गंदगी बहकर बाहर तक आ रही है।नपा ने इन सुविधाघरों की अभी तक कोई सुध नहीं ली है।
क्विंटलों से निकल रही कचरे में पॉलीथिन
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत शहर में पॉलीथिन का उपयोग बंद कराना बेहद जरूरी है, जिसमें नपा अभी तक नाकाम ही साबित हुआ है। पॉलीथिन को लेकर न तो लोगों में जागरुकता आ रही है, न ही दुकानदार इसे बंद कर रहे है। कईगोदामों में सैकड़ों क्विंटल पॉलीथिन भंडारण कर रखी हुई है, जिसे लेकर नपा द्वारा अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है।प्रतिदिन ट्रेचिंग ग्राउंड पर पहुंचने वाले कचरे में कईक्विंटल पॉलीथिन निकल रही है। हालांकि इस पॉलीथिन से ट्रेचिंग ग्राउंड पर प्लास्टिक गुटके बनाए जा रहे है।
नहीं चल पाएगा झूठ
स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार हर तीन माह में दिल्ली की टीम आकर सर्वे करेगी। सर्वेक्षण टीम के सामने कोईझूठ नहीं चल पाएगा। टीम द्वारा अचानक शहर के किसी भी क्षेत्र में पहुंचकर जानकारी ली जाएगी। जनता से सफाई अभियान को लेकर सीधे जानकारी ली जाएगी। वहीं, दिल्ली से फोन कर भी अभियान के तहत 12 सवाल पूछे जाएंगे। इस बार झूठी जानकारी देने पर या अभियान की साइट पर अपलोड करने पर माइनस मार्किंग भी रखी गई है।कोईभी झूठी जानकारी नगर पालिका के अंक कटवा सकती है। उल्लेखनीय है कि नगर पालिका बड़वानी स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में प्रदेश में 7वें और देश में 88वें स्थान पर रहा था।
आमजन से फोन पर पूछे जाएंगे ये सवाल
-क्या आपके वार्ड से कूड़ा प्रतिदिन उठा रहा है, कर्मचारी आ रहे हैं या नहीं
-आपके वार्ड में जो कूड़ा उठान करने कर्मचारी आता है तो क्या आप उसे गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग करके देते हैं या नहीं
-आप अपने वार्ड में सफाई से खुश हैं या नहीं
-आपको पता है कि पॉलीथिन व प्लास्टिक बैन है, आप इनका यूज तो नहीं कर रहे
-आपके द्वारा उठान के लिए डाला गया कूड़ा रिसाइकल हो रहा है या नहीं
-आप अपने घर में होम कम्पोस्टिंग (कूड़े की खाद)बनाते हैं या नहीं, आपको इस बारे में किसी ने बताया है या नहीं
-आपके शहर के जितने शौचालय हैं, वह गूगल मैप पर हैं क्या आपको पता है
-आपके शहर के होटल, स्कूल, अस्पताल या अन्य संस्थान किस रैंकिंग के हैं यानी साफ सफाई संबंधित कैसे हैं
-क्या आपने कभी स्वच्छ सर्वेक्षण में कोई श्रमदान किया है या नहीं
-क्या आपको स्वच्छ सर्वेक्षण 20-20 लीग के बारे में पता है, आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 20-20 में भाग ले रहा है, किसी कर्मचारी ने आपको बताया या नहीं
-क्या आपके शहर में शौचालय साफ सुथरे और इस्तेमाल करने करने योग्य हैं या नहीं
पॉलीथिन को लेकर करेंगे कार्रवाई
असामाजिक तत्वों द्वारा नए सुविधाघरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।हमारी कोशिश के बाद भी कोई पकड़ में नहीं आ पाया। कईबार लाइट, सेंसर, नल लगवा चुके हैं। पॉलीथिन को लेकर बहुत समझाइश दे चुके है, अब सीधे कार्रवाई की जाएगी।
कुशलसिंह डुडवे, सीएमओ नगर पालिका