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भाजपा के कद्दावर नेता मनोज ठाकरे को थी हत्या की आशंका, मॉर्निंग वॉक करते समय उतारा मौत के घाट

locationबड़वानीPublished: Jan 21, 2019 01:17:18 am

मंडल अध्यक्ष मनोज सुबह 5 बजे घर से मॉर्निंग वॉक पर निकले,6:30 बजे राहगीर शव पड़े होने की सूचना दी, दोस्त ने जूते से की मनोज की पहचान, सिर और चेहरे पर चोट के निशान थे, ठाकरे पिछले 20 वर्षों से भाजपा संगठन के लिए सक्रिय कार्य कर रहे थेपिछले ६ वर्षों से बलवाड़ी मंडल अध्यक्ष के पद पर थे

BJP leader Manoj Thackeray Murder in barwani

BJP leader Manoj Thackeray Murder in barwani

सेंधवा . सेंधवा विधानसभा के बलवाड़ी में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को अपनी हत्या की आशंका थी। मनोज ने १५ दिन पहले जलगांव में रहने वाले जीजा डॉक्टर संजीव सूर्यवंशी से इस संबंध में चर्चा की थी और आशंका जताई थी कि कांग्रेस और भाजपा के कुछ उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। इसको लेकर परिजन ने मनोज को अकेले घर से घूमने के लिए भी मना करा था। पुलिस का कहना है कि हमलावर करीबी ही रहा होगा, क्योंकि उसे मामूल था कि वह सुबह अकेले जाते है। इसलिए रविवार का दिन चुना क्योंकि जिस रास्ते में हमला किया गया वह सूनसान रहता है।
पुलिस को संदेह- हत्या में किसी करीबी का ही हाथ
पुलिस और फॉरेंसिक टीम के मुताबिक मनोज जब मॉर्निंग वॉक कर रहे थे, तो उन्हें पहली चोट किसी धारदार हथियार से सिर पर मारी गई थी। पीछे से हमला करने से मनोज लडख़ड़ा कर गिर गए। इससे उनके घुटनों में चोट आई। इसके बाद हमलावरों ने उन्हें सड़क से १० फीट ले जाकर पहले तो धारदार हथियार से सिर और चेहरे और पत्थर से मुंह पर भी कई वार किए। हत्या इतनी निर्मम तरीके से की गई थी कि मनोज ठाकरे का चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था। आशंका है कि हत्या ३-४ लोगों ने मिलकर की है।
हत्याकांड का पता 1.30 घंटे बाद लगा
सुबह ग्रामीणों ने संजय जो मनोज के साथ रोज सैर के लिए जाते थे को बताया कि राधास्वामी भवन के सामने किसी व्यक्ति का शव पड़ा है। वे ग्रामीणों के साथ शव के करीब पहुंचे तो उन्होंने मनोज ठाकरे के जूते देखकर उन्हें पहचाना। संजय ने बताया कि वे और मनोज ठाकरे रोज मॉर्निंग वॉक करने जाते थे। मनोज करीब ५ बजे और मैं ५.३० बजे के मॉर्निंग वॉक करने पहुंचता था। हमलावरों ने इसी बात का फायदा उठाया। ग्रामीणों का कहना है कि रविवार का दिन होने से स्कूल बसें बंद रहती है। वहीं दूध का सप्लाई करने वाले आदिवासी भी रविवार को नहीं आते है। ये घटना स्थल रविवार को सूनसान ही रहता है। अंधेरे में किए गए हत्याकांड का पता डेढ़ घंटे बाद चला जब तक मनोज ठाकरे की मौके पर मौत हो चुकी थी।
हत्यारे को पता था रोज सुबह घूमने जाते है
जिस तरह से ठाकरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया है, उससे लग रहा है की हत्यारे अच्छी तरह से ये बात जानते थे कि वह सुबह घुमने जाते है। पुलिस की थ्योरी भी इसी ओर घूम रही है कि हत्यारा अच्छा परिचित हो सकता है या फिर लंबे समय से उनकी रैकी कर रहा होगा।
डॉग स्क्वाड के रूट का एसपी ने किया निरीक्षण
बड़वानी डॉग स्क्वॉड टीम ने कई किमी तक रूट की जानकारी ली। पुलिस को आशंका है कि आरोपी हत्याकांड के बाद खेतों से होते हुए मुख्य मार्ग तक पहुंचे होंगे। घटना स्थल से ३०० मीटर तक बाइक के टायरों के निशान मिले हंै, इसके अलावा कोई सबूत नहीं मिला।
हत्या के विरोध में पूर्ण बंद रहा बलवाड़ी
हत्या के विरोध में बलवाड़ी और वरला में बंद रहा। पीएम के बाद मनोज का अंतिम संस्कार कर दिया गया जिसमें काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखकर ने मनोज को श्रद्धांजलि दी। हत्या को लेकर कोई विरोध न हो इसलिए पुलिस बल तैनात रहा।
सूचना देने वाले को 5000 का इनाम
मनोज ठाकरे की धारदार हथियार एवं पत्थर से चोट पहुंचाकर हत्या करने वाले अज्ञात आरोपी का पता देने, गिरफ्तार कराने के लिए सही सूचना देने वाले को ५ हजार का नकद पुरस्कार देने की घोषणा पुलिस अधीक्षक ने की।
भाजपाइयों ने किया चक्काजाम
घटना के विरोध में भाजपा के कई जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता हमलावरों को पकडऩे और जल्द कार्रवाई करने की मांग को लेकर बलवाड़ी वरला रोड पत्थर रखकर चक्काजाम किया। ग्रामीणों की मांग थी कि पुलिस जल्द कातिलों का पता लगाकर उन्हें सजा दिलाए। इस दौरान जिला अध्यक्ष ओम खंडेलवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष एस वीरा स्वामी, विकास आर्य, हीरालाल जाधव, त्रिलोक मालवीय, छोटू चौधरी सहित कई भाजपा नेता धरने में शामिल थे। एडिशनल एसपी ने भाजपाइयों से कई बार चर्चा की, लेकिन वह आला अधिकारियों को बुलाने पर अड़े रहे। दोपहर ३ बजे पूर्व मंत्री अंतरसिंग आर्य बलवाड़ी पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।
एसपी से की एसडीओपी की शिकायत
सुबह करीब ११ बजे बड़वानी एसपी यांगचैन डोलकर भूटिया ने घटनास्थल से भीड़ हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्राइम स्पॉट पर इतनी भीड़ के कारण कई साक्ष्य खत्म हो चुके हैं। हत्या में कितने लोग शामिल थे, उनके पैरों के निशान सहित कई महत्वपूर्ण भीड़ के कारण पुलिस को नहीं मिल पाए। घटना की जानकारी मिलने के बाद भी एसडीओपी व्यास घटनास्थल पर ३ घंटे बाद पहुंचे। भाजपा नेताओं ने एसपी से एसडीओपी की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। एसपी ने कहा, जैसे ही घटना की जानकारी मिली वरला थाना प्रभारी सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। क्योंकि घटनास्थल सेंधवा से कई किमी दूर है। इसलिए अन्य पुलिस अधिकारियों को कुछ समय लगा होगा। हालांकि एसपी ने जांच की बात कही है। पुलिस अधिकारी ने विशेष टीम गठित कर जांच कराने के आश्वासन दिया।

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