दोनों पार्टियोंं ने तैयार की चुनावी रणनीति
बड़वानीPublished: Sep 13, 2018 02:07:12 am
जहां थे सरताज, वहां क्या हाल है
bjp-Congress parties prepare election strategy in barwani
बड़वानी. प्रदेश का सेंधवा विधानसभा क्षेत्र। सेंधवा से करीब 35 किमी दूर ग्रामीण क्षेत्र खुटवाड़ी। यहां खुटवाड़ी के अलावा बामन्या फलिया और सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता मतदान करने आते हैं। यह क्षेत्र परंपरागत तौर पर कांग्रेस का ही माना जाता है। पूर्व विधायक ग्यारसीलाल रावत का गांव हिंगवा और यहां से कुछ दूरी पर खुटवाड़ी हैं। ऐसे में यहां कांग्रेस को Óयादा वोट अब तक आसानी से मिलते आए हैं। यहां वैसे तो कोई बड़ी डिमांड या समस्या नहीं है, लेकिन मतदाताओं का आरोप है कि कांग्रेस को सबसे Óयादा वोट मिले लेकिन उम्मीदवार हार गया। ऐसे में परंपरागत क्षेत्र होने के कारण बीजेपी ने कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि यहां की जनता पहले से ही अपने हकों के लिए लडऩे वाली रही है और फिलहाल यहां कोई बड़ी समस्या नहीं है।
पिछले विधानसभा चुनाव को देखे तों खुटवाड़ी में दो बूथों पर कांग्रेस को एकतरफा वोट मिले थे। एक बूथ पर सबसे Óयादा वोट पूरी विधानसभा के लिहाज से मिले। इस बूथ पर कांगे्रस के उम्मीदवार रहे दयाराम पटेल को 966 में से 679 वोट मिले थे। हालांकि इसी क्षेत्र में एक फलिया ब्राह्मण फलिया भी है, जहां बीजेपी का वर्चस्व रहा है। ऐसे में यहां दोनों पार्टियों के लिए आगामी चुनाव में भी गुंजाइश है। यहां ग्रामीण आदिवासी मतदाता हैं और लगभग सभी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पहले यहां तक पहुंचने के लिए बेहतर सड़क नहीं थी। लेकिन अब यह समस्या भी नहीं रही है। खुटवाड़ी सरपंच रावा खुमसिंह, राकेश और मुकेश डावर के मुताबिक यहां के लोगों ने बहुत पहले ही सरकारी योजनाओं का लाभ लेना शुरू कर दिया था। नए नियमों के साथ पांच सालों में शुरू हुई योजनाओं से भी लोग जुड़े हुए हैं। ऐसे में यहां तालाब भी है और कुएं भी है। बलवाड़ी वरला से सटा होने के कारण कनेक्टीविटी भी हैं जिससे हर चीज आसान है।
छोटे से गांव में पर्याप्त सुविधाएं
सेंधवा से करीब 4 किमी दूर हैं छोटा जुलवानिया, सेंधवा की दावल बेडी से आगे और बलवाड़ी रोड़ पर बसा और जनसंख्या में छोटा होने के कारण यहां सड़क या अन्य समस्याएं नहीं हैं। छोटा जुलवानिया में यूं तो करीब 1200 वोटर हैं जो आसपास के फलियों से आते हैं। भाजपा को पिछले चुनाव में सबसे Óयादा वोट छोटा जुलवानिया मतदान केंद्र पर ही मिले थे।यहां किसी भी पार्टी ने कभी कोई घोषणा नहीं की।अलबत्ता यहां की जरूरत के हिसाब से लोगों के काम होते रहे हैं। किसान आदिवासियों का यह क्षेत्र पानी के लिए कभी परेशान रहा है। यहां के लोगों की मांग थी कि यहां तालाब हो, करीब पांच साल पहले यहां तालाब भी बनवा दिया गया था। इसके अलावा यहां लंबे समय से स्कूल की पुरानी बिल्डिंग को लेकर मांग थी। जिसे नया करवाने का भाजपा ने वादा भी किया था। यह भवन भी अब नया बन गया है। ऐसे में यहां की जनता भी राजनीतिक तौर पर संतुष्ट नजर आती है। छोटा जुलवानिया मतदान केंद्र पर 999 लोगों ने मतदान किया था। जिसमें से बीजेपी के विधायक और मंत्री अंतर सिंह आर्य को 860 वोट मिले थे। यहां के लोगों तुलसी, मनोज, छगन आदि का कहना है कि यहां फिलहाल ऐसा कोई काम नहीं है तो अटका हुआ हो, व्यक्तिगत तौर पर ऐसे मामले हो सकते हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर यहां फिलहाल कोई समस्या नहीं है।