डिस्कॉम अधिकारियों ने समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ। साता में महेन्द्र्र पूनिया खारी के नेतृत्व में किसान सुबह धरने पर बैठे। उन्होंने बताया कि कृषि व घरेलू कनेक्शन की लाइनों में फॉल्ट आने पर पांच-सात दिन तक भी दुरुस्त नहीं किया जाता।
शिकायत करने पर भी डिस्कॉम के कार्मिक व अधिकारी ध्यान नहीं देते। इस पर किसानों को परेशानी होती है। धरने की चेतावनी के बावजूद डिस्कॉम ध्यान नहीं दे रहा। एेसे मे किसानों में रोष है। किसानों ने प्रशासन, डिस्कॉम की ओर से उनकी पैरवी नहीं करने व धरना स्थल पर नहीं पहुंचने पर रोष जताते हुए 33 लाइन की विद्युत कटौती करवा दी।
जिसकी जानकारी पर बाखासर पुलिस व डिस्कॉम के अधिकारी साता पहुंचे। उन्होंने दो घंटे तक धरनार्थी किसानों से वार्ता की। किसानों ने बताया कि रात में कृषि कुओं पर बिजली दी जाती है, लेकिन कार्मिकों की लापरवाही से कई बार आपूर्ति नहीं होती। एेसे में किसान परेशान होते हैं।
डिस्कॉम अधिकारियों ने कार्मिकों व ठेके पर कार्यरत श्रमिकों से समय पर आपूर्ति करने व शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा। सात दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिस पर किसानों ने धरना उठाया।
इस अवसर पर पुरखाराम चौधरी, भगाराम गोदारा, सुरताराम पूनिया, चौगाराम, रघुवीर सिंह, मगाराम, गोमाराम, बाबूराम, तुलसाराम, रावताराम, अचलाराम, प्रभूराम आदि किसान मौजूद थे।