मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 हजार से अधिक लोगों को बिपरजॉय आने से पूर्व ही शिफ्ट किया गया तथा आर्मी सहित एसडीआरएफ की 17 और एनडीआरएफ की 8 टीम राहत एवं बचाव कार्यो लगी। आपदा मित्रों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश में क्षतिग्रस्त हुए सड़क, बिजली पोल और ट्रांसफार्मर व अन्य की शीघ्र मरम्मत के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
गहलोत ने आमजन से अपील की है कि वे नदी या अन्य जलभराव वाले स्थानों पर नहीं जाएं। किसी अनहोनी के अंदेशा होने पर प्रशासन को तुरंत सूचित करें। इस दौरान आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, चौहटन पदमाराम मेघवाल, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, नगर परिषद सभापति दिलीप माली, बिसुका उपाध्यक्ष फतेह खान, जिला कलक्टर अरूण कुमार पुरोहित एवं पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद साथ रहे।