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देश का निर्माण सरकार से नहीं अपितु समाज से संभव

locationबाड़मेरPublished: Jun 09, 2019 12:56:03 pm

Submitted by:

Ratan Singh Dave

आदर्श विद्या मंदिर में 20 दिवसीय शिविर का आयोजन

a 20-day camp at Adarsh Vidya Mandir

a 20-day camp at Adarsh Vidya Mandir

बाड़मेर. देश हित में परिवर्तन होना चाहिए, ऐसा विचार सबके मन में आता है, लेकिन यह करेगा कौन, इसकी चिंता सरकार की नहीं बल्कि समाज की है। देश का निर्माण सरकार से नहीं, समाज से ही संभव है। भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण भी समाज को साथ लेकर चले थे, तभी वे आदर्श स्थापित कर पाए। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक ने शनिवार को आदर्श विद्या मंदिर लंगेरा में कही। वे यहां संघ के जोधपुर प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संघ को समझाते हुए कहा कि बाहर से लोगों को संघ अलग-अलग रूपों में दिखता है, किसी को व्यायामशाला, किसी को बैंडशाला, तो किसी को संगीतशाला नजर आता है। संघ को इस तरह से देखना ठीक उसी तरह है, जिस तरह चार अंधे हाथी के बारे में विचार रखते हैं। इसलिए संघ को समझने के लिए संघ में आना जरूरी है। लोग कहते है कि आरएसएस ने सरकार बना दी या सरकार गिरा दी, लेकिन संघ कभी यह नहीं करता। आज तक संघ के नाम से कोई सांसद-विधायक नहीं है। संघ व्यक्ति निर्माण का ही संगठन है, व्यक्ति निर्माण से ही समाज संगठित होता है।
धर्म कभी निरपेक्ष नहीं होता

उन्होंने धर्म के बारे में कहा कि हम धर्मशाला में ठहरते हैं, जिसका शाब्दिक अर्थ धर्म की शाला होता है, लेकिन वहां धर्म नहीं दिखता है। इसी तरह पानी की प्याऊ आदि को भी धार्मिक कहा जाता है। वास्तव में समाज के लिए किया जाने वाला कार्य ही धर्म है।
आपसी फूट ने किया परतंत्र

उन्होंने धर्म के साथ ही राष्ट्रवाद पर भी विचार रखे। उन्होंने कहा कि राजस्थान का ही उदाहरण ले लीजिए, यहां एक से बढ़कर एक योद्धा हुए, लेकिन फिर भी हम डेढ़ हजार वर्ष तक परतंत्र रहे, क्योंकि हम छोटी-छोटी बातों पर झगड़ बैठे और अपने स्वार्थ के लिए आपसी फूट का दूसरों ने फायदा उठाया।
शारीरिक प्रदर्शन ने किया आकर्षित : इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोपण से हुई। इसे पश्चात् संभागी स्वयंसेवकों ने ध्वज प्रदक्षिणा संचलन किया। वहीं स्वयंसेवकों ने विभिन्न शारीरिक प्रदर्शन प्रस्तुत किए। वर्ग में जोधपुर प्रांत के विभिन्न जिलों के 387 संभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त सैन्य चिकित्सक डॉ. कर्नल अजमाल सिंह भायल ने कहा कि समाज का संगठन वसुधैव कुटुम्बकुम के लिए किया जाता है। सभ्य समाज को भी गलत आक्रमण का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। कार्यक्रम में वर्ग कार्यवाह शंभू सिंह ने अतिथियों का परिचय करवाया तथा वर्गाधिकारी चेतन प्रकाश सैन ने वर्ग का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान मंच पर प्रांत संघचालक ललित जोशी व जिला सह संघचालक रिखबदास बोथरा भी थे। कार्यक्रम में चौहटन मठ के जगदीश पुरी, पनोरियों का तला जगरामपुरी, वात्सल्य धाम की साध्वी सत्यसिद्धा सहित कई साधु-संत एवं लोग मौजूद रहे।

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