यह रहेगी स्थिति- सरकारी आदेशानुसार लेवल प्रथम में 259 शिक्षक। जबकि द्वितीय लेवल में हिन्दी विषय के 63, गणित/ विज्ञान के 30, अंग्रेजी के 267 व सामाजिक विज्ञान के 85 अध्यापक माध्यमिक शिक्षा में जाएंगे।
एक तरफ पद रिक्तता, दूसरी ओर फायदा- समायोजन के तहत जहां प्राथमिक शिक्षा से शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में भेजने से वहां पद रिक्तता की स्थिति हो जाएगी। दूसरी ओर माध्यमिक शिक्षा में 704 शिक्षक बढ़ जाएंगे। एेसे में शिक्षण स्तर में सुधाार की उम्मीद रहेगी।
एक तरफ पद रिक्तता, दूसरी ओर फायदा- समायोजन के तहत जहां प्राथमिक शिक्षा से शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में भेजने से वहां पद रिक्तता की स्थिति हो जाएगी। दूसरी ओर माध्यमिक शिक्षा में 704 शिक्षक बढ़ जाएंगे। एेसे में शिक्षण स्तर में सुधाार की उम्मीद रहेगी।
काउंसलिंग प्रक्रिया भी शुरू- इधर, तृतीय श्रेणी शिक्षक लेवल प्रथम व द्वितीय के तहत वर्तमान में काउंसलिंग भी चल रही है। एेसे में एक साथ इतने पद रिक्त होने से नई भर्ती में आने वाले शिक्षकों को फायदा हो सकता है।
सतत् प्रक्रिया का हिस्सा- समायोजन के तहत शिक्षकों को भेजना सतत् प्रक्रिया का हिस्सा है। इसी कड़ी में यह काउंसलिंग होगी। प्राथमिक शिक्षा से शिक्षक कम तो होंगे, लेकिन काउंसलिंग के माध्यम से नए शिक्षक लगने से ज्यादा परेशानी नहीं आएगी।
सतत् प्रक्रिया का हिस्सा- समायोजन के तहत शिक्षकों को भेजना सतत् प्रक्रिया का हिस्सा है। इसी कड़ी में यह काउंसलिंग होगी। प्राथमिक शिक्षा से शिक्षक कम तो होंगे, लेकिन काउंसलिंग के माध्यम से नए शिक्षक लगने से ज्यादा परेशानी नहीं आएगी।
– छगनसिंह लूणू, जिलाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम