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बारां

राजनीति में करता हूं तीन दायित्वों का पालन

मैंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया है, राजनीति में आने के लिए लोगों ने ही प्रेरित किया था। युवा अवस्था में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से जुड़ा।

बारांNov 17, 2018 / 08:03 pm

Shivbhan Sharan Singh

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कांग्रेस प्रत्याशियों के आवास पर जश्न: टिकट मिलते हीे बंटी मिठाई, खुशी में झूमे समर्थक
्अन्ता से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया का कहना है कि मैंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया है, राजनीति में आने के लिए लोगों ने ही प्रेरित किया था। युवा अवस्था में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से जुड़ा। पहले जनता ने दो बार विधायक चुना, मंत्री के रूप में काम करने का अवसर भी मिला। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मेरे नेता हैं और मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही। मैं राजनीति में तीन दायित्वों का निर्वहन करता हूं। इनमें नैतिक धर्म, सामाजिक कर्तव्य व धार्मिक आयोजन शामिल हैं। मैं हमेशा पीडि़त मानवता की सेवा के लिए समर्पित भाव से कार्य करता रहूंगा। अब पार्टी ने एक बार फिर अवसर दिया है तो पूरे समर्पण से क्षेत्र की जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोडूंगा। क्षेत्र की समस्याओं के पूरे प्रयास करूंगा।
अब नहीं रहेगी विकास में कोई कसर
अन्ता विधानसभा क्षेत्र समेत पूरे जिले की समस्याओं को लेकर राजनीतिक जीवन में भरपूर प्रयास किए है। जब भी अवसर मिला, समस्याओं के समाधान के साथ लोगों की मदद के लिए ततपर रहा। १९९५ में जिला परिषद का सदस्य तथा उपजिला प्रमुख चुना गया। बाद में दुबारा जिला परिषद पहुंचा। २००३ से २०१३ तक लगातार विधायक रहा। दूसरे कार्यकाल में मंत्री भी रहा। बारां जिले के लोगों से सहज जुड़ाव ही मेरी उपलब्धि है। आने वाले समय में भी राजनीति के माध्यम से जनसेवा का अनुष्ठान जारी रहेगा।
किशनगंज: राहुल हमारे नेता, उनके आशीर्वाद से ही टिकट
कांग्रेस की पहली सूची में किशनगंज से उम्मीदावार बनाए जाने पर निर्मला सहरिया ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ही हमारे नेता है और उनके आशीर्वाद से ही टिकट मिला है। इससे पहले भी २००८ में पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया था, तब मैं विजयी रही थी। उस दौरान विकास के कई ठोस काम हुए थे। केलवाड़ा में राजकीय महाविद्यालय भी खुला था, आज वहां सहरिया जनजाति के छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। २०१३ में मेरी मां को टिकट मिला, तब भी मैंने पूरी दम से क्षेत्र में प्रचार किया था। अब फिर पार्टी ने जनता की सेवा का मौका दिया है तो इससे पीछे नहीं हटूंगी। उन्होंने कहा कि यह सही है कि राजनीति मुझे पिता से विरासत में मिली है, अब प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद जैन भाया का मागदर्शन मिलता है।
पार्टी ने जताया है पुन: भरोसा, खुश हूं…
बहुत खुशी हुई कि पार्टी ने मुझे फिर किशनगंज विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है। राजनीति की शुरुआत १९९५ में पंचायत समिति सदस्य चुने जाने पर हुई थी। २००० में फिर पंचायत समिति सदस्य चुनी गई। २००८ में पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उतारा जिसमें मतदाताओं ने भरपूर प्यार व समर्थन देकर जिताया। पूरे देश में किशनगंज क्षेत्र में ही सहरिया आदिवासी समाज है। पिता हीरालाल सहरिया तीन बार विधायक रहे थे। अब फिर पार्टी ने अवसर दिया है तो क्षेत्र के लोगों में हर्ष है।
बारां-अटरू: आमजन की अपेक्षा पर खरा उतरूंगा
कांग्रेस की ओर से बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद पानाचंद मेघवाल ने पत्रिका से चर्चा में कहा कि पार्टी उन्हें एक बार फिर जनसेवा के लिए उम्मीदवार बनाया है। वे छात्र जीवन से राजनीति में आए। बाद में प्रधान व विधायक बने। बीते पांच वर्षों से निरन्तर क्षेत्र व जिले में सक्रिय रहे हैं। कांगे्रस जिलाध्यक्ष के रूप में समस्याओं को मुखरता से उठाने के साथ कई आंदोलन भी किए हैं। पिछले साल में प्रदेश में भाजपा के शासन में हर वर्ग आहत व परेशान रहा है। अब पार्टी ने जन सेवा का मौका दिया है तो हर वर्ग की समस्याओं का समाधान कराना ही प्रमुखता रहेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हमारे नेता हैं, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रमोद जैन भाया का सदैव मार्गदर्शन मिलता रहा है।
टिकट की घोषणा का था इन्तजार
पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनाए जाने के प्रति आश्वस्त तो था, लेकिन गुरुवार रात को अधिकृत घोषणा ने खुशी को दोगुना कर दिया। राजनीति की शुरुआत १९९७-९८ में बारां कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष चुने जाने से हुई। शुरू से ही कांग्रेस का समर्थक रहा। वर्ष २००० से २००५ तक अटरू पंचायत समिति का प्रधान रहा। २००८ में बारां-अटरू से विधायक चुना गया। २०१३ में पराजित भी हुआ, लेकिन पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत कई पदों पर रहते हुए कार्य करता रहा। अब पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है, खुशी की बात है।
छबड़ा: अधूरे रहे विकास के काम पहले पूरे करूंगा
पार्टी में अब दूसरी बार विधानसभा चुनाव लडऩे का अवसर दिया है। २०१३ में टिकट नहीं मिलने के बाद भी क्षेत्र में लगातार सक्रियता के चलते ही पार्टी नेताओं ने एक बार उन्हें फिर उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूरे पांच साल भाजपा की सरकार रही, छबड़ा के जनप्रतिनिधि भी इसी पार्टी के रहे, लेकिन इस दौरान एक-दो पुलियाओं के निर्माण को छोड़ विकास का कोई ठोस काम नहीं हुआ। ऐसे में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान विकास के जो काम अधूरे रहे थे, उन्हें अब पूरा करा आमजन को राहत देंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत सभी वरिष्ठ नेताओं का मागदर्शन में राजनीति के माध्यम से राजनीति में जनसेवा के अनुष्ठान को फिर से गति देंगे। क्षेत्र के पिछड़े होने का दंश मिटाने का पूरा प्रयास करूंगा।
छबड़ा में घर व लोगों का अपार स्नेह
छबड़ा उपखंड के तीतरखेड़ी में जन्मा, पला व बड़ा हुआ। बाद के पढ़ाई के लिए कोटा चला गया, लेकिन यहां निरंतर जाना-आना लगा रहा। राजनीति की शुरुआत भले ही छात्र जीवन में कोटा से हुई, लेकिन तब भी यहां की माटी से जुड़ाव रहा तथा क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए पार्टी के बड़े नेताओं से सम्पर्क करता रहा। वर्ष २००८ में कांग्रेस पार्टी ने मुझे इस विधानसभा से उममीदवार बनाया, तब मैंने पहली बार चुनाव जीता। इसके बाद पूरे पांच साल में कई कार्य कराए थे। अब पूरे समर्पण से कार्य जारी रखूंगा।
रिपोर्ट – हंसराज शर्मा
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