अवैध वाहनों में मनमाने किराये पर किया सफर
बारांPublished: Sep 12, 2018 03:34:43 pm
मजबूरी में अवैध वाहनों में मनमाने किराये पर किया सफरपांच मांगों को लेकर लोक परिवहन व निजी बसों की हड़ताल
बारां. किराया बढ़ाने, अलग बस स्टैंड स्थापित करने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को निजी व लोक परिवहन बस मालिकों ने आक्रोश जताया तथा बसों का संचालन नहीं किया। इससे मुसाफिरों को रोडवेज बसों व अवैध वाहनों मेें पैर रखने की जगह तक नहीं मिली। अवैध वाहन संचालकों ने मौके का फायदा उठा मनमाना किराया वसूला। जिले के शहरी सहित ग्रामीण इलाकों में 28 लोक परिवहन व 70 निजी बसों का संचालन होता है। इसमें ज्यादातर बसें कोटा से कस्बाथाना तक संचालित होती है। निजी बसों का संचालन ग्रामीण रूटों पर होता है, लेकिन हड़ताल के कारण एक भी बस का संचालन नहीं हुआ। रोजमर्रा निजी व लोक परिवहन बसों में सफर करने वाले व्यापारी व नौकरीपेशा लोग चौराहों पर पहुंचे तो उन्हें हड़ताल के बारे में जानकारी मिली। ऐसे में यात्रियों को रोडवेज व अवैध वाहनों में सफर करना पड़ा।
रोडवेज की बल्ले-बल्ले
जिले में एक साथ 98 बसों का संचालन नहीं होने से रोडवेज बसों में भीड़ बढ़ गई। हालात यह थे कि रोडवेज बसों में पैर रखने की जगह नहीं थी। सबसे ज्यादा भीड़ कोटा रूट पर देखी गई। अवैध जीप चालकों ने भी मनमाना किराया वसूला। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रोडवेज ने कोटा रूट पर अतिरिक्त बसें चलाईं। व्यवस्था बनाए रखने के लिए रोडवेज के अधिकारियों व उडऩ दस्तोंं ने चौराहों व बस स्टैंड पर सवारियों बैठाने में सहयोग किया।
लटक कर किया सफर
भीड़ ज्यादा होने से रोडवेज बसों व अवैध वाहनों में पैर रखने की जगह नहीं थी। रोडवेज बसों में यात्रियों नेे खड़े-खड़े व लटक कर सफर किया।
तो नहीं चलाएंगे बसें
बस मालिक एसोसिएशन के संभागीय अध्यक्ष सत्यानारायण साहू व निजी बस मालिक संघ बारां के जिलाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया कि हड़ताल को लेकर आरटीओ से वार्ता हुई थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं निकला। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
(पत्रिका संवाददाता)