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कालामौखा अब नहीं देगा धोखा, ६१ लाख से कराया जाएगा मजबूत कार्य

locationबारांPublished: Sep 18, 2018 04:16:21 pm

यह अच्छी खबर है कि जलदाय विभाग की ओर से अब कालामौखा वायरस से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है

कालामौखा अब नहीं देगा धोखा, ६१ लाख से कराया जाएगा मजबूत कार्य

kalamoukha

बारां. बारिश के दिनों में भी भारी पेयजल संकट से परेशान रहे शहर के लोगों के लिए यह अच्छी खबर है कि जलदाय विभाग की ओर से अब कालामौखा वायरस से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। कालामौखा नाले से गुजर रही मुख्य पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन बारिश के दिनों में खासी दुखदायी रही है। विभाग की ओर से अब इस जगह नई लाइन बिछाई जाएगी तथा लाइन को करीब दस फीट ऊंचा किया जाएगा। इसके लिए 61.46 लाख की लागत की कार्ययोजना तैयार की गई हैं। प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेज दिए गए हैं। यह लाइन टूटने से शहर की करीब सवा लाख की आबादी को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ऐसे पहुंचता है पानी
शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए करीब 14 किलोमीटर दूर हीकड़ गांव के समीप स्थित पार्वती नदी के हीकड़दह से पानी लाया जाता है। हीकड़ गांव के समीप पाठेड़ा गांव में करीब 21 एमएलडी जल उत्पादन क्षमता का फिल्टर प्लांट बनाया हुआ है। हीकड़दह से यहां पहुंचने पर पानी को फिल्टर किया जाता है। इसके बाद पानी खेत, कालामौखा नाला, पुलिया व रेलवे ट्रेक के समीप होते हुए पाइप लाइन से अटरू रोड स्थित मुख्य पम्प हाउस तक पानी पहुंचता है। यहां सीडब्ल्यूआर में संग्रहण कर शहर की विभिन्न टंकियों में जल भराव किया जाता है।
दूसरे वर्ष लाइन
कालामौखा नाले में उपरी क्षेत्र का पानी भी बहकर पहुंचता है। इससे यहां बारिश के दिनों में अधिक बहाव रहता है। वर्ष 2017 में नाले में बरसाती पानी के तेज बहाव के चलते मुख्य लाइन टूट गई थी। उस समय दो दिनों तक शहर में जलापूर्ति बंद रही थी। बारिश का मौसम बीतने के बाद यहां स्थायी कार्य किया जाना था, लेकिन तत्कालीन अधिकारियों के तबादले हो गए तो उसे बिसरा दिया गया। अब इस वर्ष जुलाई व सितम्बर में तेज बारिश के चलते फिर लाइन टूट गई थी तो फिर तीन दिनों तक जलापूर्ति बाधित रही।
नए प्रस्तावों के तहत
सूत्रों का कहना है कि कालामौखा नाले की करीब 120 मीटर लम्बाई है, लेकिन दोनों ओर करीब 10-10 मीटर बढ़ाते हुए करीब 138 मीटर लाइन बदली जाएगी। 5-5 मीटर के अंतराल पर 3-3 मीटर चौड़ी व जमीन से 10 फीट ऊंची दीवार के पिलर बनाए जाएंगे। पाइप लाइन इन पिलरों पर ही जाएगी। इससे पानी के बहाव में भी अड़चन नहीं आएगी। मजबूती देने के लिए लोहे की एमएस पाइप लाइन डाली जाएगी। इसे हर पांच मीटर पर ज्वाईंट के स्थान पर वैल्डिंग कर जोड़ा जाएगा।
& कालामौखा पर करीब 138 मीटर पाइप लाइन डाली जाएगी। लाइन दस फीट ऊंची रहेगी तथा हर पांच मीटर पर आरसीसी के पिलर रहेंगे। करीब 61.46 लाख के प्रस्ताव तैयार कर भेजे गए हैं। इससे आगामी बारिश में लाइन टूटने की समस्या नहीं रहेगी।
-गोपेश गर्ग, अधीक्षण अभियंता,

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