सब कुछ उजड़ गया है
सरकार के अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाएं और नदी का पानी उस खास स्थान पर पहुंचने की राह देखें। अब मंत्री जी को ये कौन समझाए कि जिन लोगों का इस बाढ़ के पानी में सब कुछ उजड़ गया है वह समस्या का स्थायी समाधान चाहते हैं। मंत्री जी का ये तर्क उन बाढ़ पीडि़तों के साथ एक मजाक की तरह है जिनका सब कुछ तबाह हो गया। मंत्री जी के इस बयान का रामनगर से बीजीपी विधायक शरद अवस्थी भी हंसकर समर्थन कर रहे थे।
अब योगी सरकार के मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को ये कौन समझाए कि बाढ़ पीडि़त उनसे अपनी इस समस्या का स्थाई समाधान चाहते हैं, लेकिन ये सभी जिम्मेदार हर बार कुछ न कुछ ऐसा बोल जाते हैं जो उनकी समस्याओं को कम करने के बजाय बढ़ा देता है। बता दें कि कुछ दिन पहले योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह ने भी बाढ़ को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दिया था। उन्होंने बाढ़ को एक दैवीय आपदा बताते हुए कहा था कि इसका स्थाई समाधान नहीं किया जा सकता।