ये भी पढ़ें- इन सीटों पर फिर होने जा रहा है चुनाव, विधायकों के इस्तीफा देने का दौर हुआ शुरु भाजपा पर लगाया आरोप- अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले कमलेश तिवारी ने बाराबंकी में एक बार फिर विवादित बयान दिया। कमलेश तिवारी का पूरा जोर हिन्दू समाज को इकट्ठा करना और भाजपा की आलोचना करने पर रहा। केन्द्र की मोदी सरकार पर भी उन्होंने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा झूठ बोलकर हिन्दुओं से वोट लेती है और फिर बाद में मुकर कर गोडसेवाद का विरोध करती है। कमलेश तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी गोड़सेवादी है और वह गोडसे को अपना आदर्श मानते हैं।
ये भी पढ़ें- अखिलेश, मुलायम, शिवपाल आए एक ही मार्ग पर तलवार के दम पर होगा अयोध्या में मन्दिर निर्माण- कमलेश तिवारी ने कहा कि अयोध्या मुद्दा कोई सरकार और कोई न्यायालय नहीं तय कर सकता, उसे सिर्फ हिन्दुओं की हुंकार ही तय कर सकती है। जैसे 1992 में हिन्दुओं ने विवादित ढाँचा अपनी हुंकार के दम पर गिराया था, उसी प्रकार जिस दिन 5 लाख हिन्दू अयोध्या में इकट्ठा हो गया, उस दिन राममन्दिर निर्माण हो जाएगा। कमलेश तिवारी ने कहा कि अयोध्या में राममन्दिर निर्माण होकर रहेगा। चाहे वह तलवार के दम पर ही क्यों न हो। केन्द्र की मोदी सरकार को अगस्त तक का समय देते हुए कमलेश तिवारी ने कहा कि अगस्त तक केन्द्र सरकार कोई ठोस कदम उठाए अन्यथा वह सड़कों पर उतर जाएंगे।
ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव ने शराबकांड को लेकर योगी सरकार पर किया बड़ा हमला हाँ मैं गोडसे वादी हूँ और गोडसे इस राष्ट्र के सच्चे सपूत हैं-
हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने कहा कि वह गोडसे वादी हैं और उनकी पार्टी की विचारधारा भी गोडसे वादी है। गोडसे इस राष्ट्र के सच्चे सपूत हैं। भाजपा चुनाव में सत्ता हासिल करने के लिए अपने आपको हिन्दूवादी पार्टी होने का ढोंग करती है और सत्ता मिल जाने के बाद गोड़सेवाद का विरोध करती है। हाँ, गोडसे पर मेरे इस बयान से एक वर्ग के कुछ लोगों को तकलीफ जरूर पहुंचेगी।
हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने कहा कि वह गोडसे वादी हैं और उनकी पार्टी की विचारधारा भी गोडसे वादी है। गोडसे इस राष्ट्र के सच्चे सपूत हैं। भाजपा चुनाव में सत्ता हासिल करने के लिए अपने आपको हिन्दूवादी पार्टी होने का ढोंग करती है और सत्ता मिल जाने के बाद गोड़सेवाद का विरोध करती है। हाँ, गोडसे पर मेरे इस बयान से एक वर्ग के कुछ लोगों को तकलीफ जरूर पहुंचेगी।
मोहम्मद साहब पर दिए गए बयान के पीछे आरएसएस था-
मोहम्मद साहब पर पूर्व में दिए गए आपत्तिजनक बयान का खुलासा करते हुए कहा कि वह बयान मेरा नहीं था बल्कि इसके पीछे आरएसएस था, मगर जब भारत के करोड़ों मुसलमान सड़कों पर उतर कर कमलेश तिवारी को फाँसी दिए जाने की माँग करने लगे तो आरएसएस का कोई कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा नहीं हुआ। इससे आरएसएस का दोगला चरित्र साफ झलकता है।
मोहम्मद साहब पर पूर्व में दिए गए आपत्तिजनक बयान का खुलासा करते हुए कहा कि वह बयान मेरा नहीं था बल्कि इसके पीछे आरएसएस था, मगर जब भारत के करोड़ों मुसलमान सड़कों पर उतर कर कमलेश तिवारी को फाँसी दिए जाने की माँग करने लगे तो आरएसएस का कोई कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा नहीं हुआ। इससे आरएसएस का दोगला चरित्र साफ झलकता है।
भाजपा भी सभी पार्टियों की तरह निकली-
कमलेश तिवारी ने कहा कि जिस तरह से आज भाजपा सबका साथ, सबका विकास की बात कर रही है, ठीक वही बात तो काँग्रेस भी करती है। सपा और बसपा जैसी दूसरी पार्टियां भी तो यही बात करती है। वह कहां कहती हैं कि मुसलमानों का साथ और मुसलमानों का विकास, तो भाजपा भी उन्हीं की तरह हो गयी है। आप चुनाव के समय क्यों चिल्लाते हैं कि हिन्दू अस्मिता खतरे में है, हिन्दुओं की बहन-बेटियाँ खतरे में हैं। अगर खतरे में है तो जीतने के बाद योजना क्यों नहीं बनाते। क्यों जीतने के बाद हिन्दुओं को गुंडा घोषित करते हैं।
कमलेश तिवारी ने कहा कि जिस तरह से आज भाजपा सबका साथ, सबका विकास की बात कर रही है, ठीक वही बात तो काँग्रेस भी करती है। सपा और बसपा जैसी दूसरी पार्टियां भी तो यही बात करती है। वह कहां कहती हैं कि मुसलमानों का साथ और मुसलमानों का विकास, तो भाजपा भी उन्हीं की तरह हो गयी है। आप चुनाव के समय क्यों चिल्लाते हैं कि हिन्दू अस्मिता खतरे में है, हिन्दुओं की बहन-बेटियाँ खतरे में हैं। अगर खतरे में है तो जीतने के बाद योजना क्यों नहीं बनाते। क्यों जीतने के बाद हिन्दुओं को गुंडा घोषित करते हैं।