बांसवाड़ा सहित प्रदेश में निर्वाचन विभाग ने इस बार के चुनाव में कई नवाचार किए। पहली बार विधानसभा में 80 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की। नाचेंगे, गायेंगे, वोट देने जाएंगे, सतरंगी सप्ताह के तहत ग्राम-ढाणी से लेकर शहर तक मतदाता जागरुकता रैली, अनिवार्य मतदान की शपथ, ग्राम स्तरीय कर्मचारियों से लेकर जिले के आला अधिकारियों की भूमिका तय की गई। मतदान प्रतिशत कम रहने पर इसे बढ़ाने के लिए जिला व विधानसभा स्तर पर वार रूम बनाकर कार्मिकों की नियुक्ति की गई। इसी का सुपरिणाम रहा कि प्रदेश में मतदान प्रतिशत का आंकड़ा 2013 की भांति 75 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर 75.45 प्रतिशत पर पहुंच गया।
यह रहा मतदान प्रतिशत
प्रदेश में इस बार बांसवाड़ा जिले में सबसे अधिक 83 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं हनुमानगढ़ में 82.52 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। वहीं 2018 में जैसलमेर में 84.66 तथा हनुमानगढ़ में 82.83 प्रतिशत वोट पड़े थे। बांसवाड़ा 82.46 प्रतिशत मतदान के साथ चौथे स्थान पर था। 2013 में जैसलमेर में 85.26, हनुमानगढ़ में 84.94 प्रतिशत तथा बांसवाड़ा में 81.66 प्रतिशत मतदान हुआ था।
कुशलगढ़ ने बढ़ाया मान
इस बार विधानसभावार मतदान में जिले के कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र ने जिले का मान बढ़ाया। यहां 88.13 प्रतिशत मतदान हुआ जो गत चुनाव के मुकाबले दो प्रतिशत अधिक रहा। वहीं कुशलगढ़ की महिलाएं भी मतदान में आगे रहीं और 87.54 महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पोकरण में सबसे अधिक 87.65 प्रतिशत मतदान हुआ था। गौरतलब है कि इस बार के चुनाव में विधानसभा क्षेत्र कुशलगढ़ में कुल मतदान 88.13 प्रतिशत, घाटोल में 85.35 प्रतिशत, बागीदौरा में 83.38 प्रतिशत, बांसवाड़ा में 81.03 प्रतिशत और गढ़ी में 77.57 प्रतिशत मतदान हुआ है।