कॉलेज आयुक्तालय ने ‘कम्युनिटी बुक बैंक’ योजना शुरू की है। इसके तहत हर कॉलेज अपने स्तर पर पूर्व विद्यार्थियों को किताबें दान करने के लिए पे्ररित करेगा। जन सहयोग से भी पुस्तकें ली जाएंगी। प्राप्त किताबों से महाविद्यालयों में ‘सामुदायिक पुस्तक शाला’ कक्ष स्थापित किया जाएगा।
श्री गोविन्द गुरु राजकीय महाविद्यालय, बांसवाड़ा में स्थित पुस्तकालय का हाल कुछ ऐसा ही है। यहां करीब 75 हजार पुस्तकें हैं। पर, पुस्तकालय भवन की ‘खराब सेहत’ पुस्तकों पर भारी पड़ती दिख रही है। इन्हें ठीक से रखने तक की जगह नहीं है और पूरे भवन में पानी टपकता है। इसके चलते किताबें सीलन की चपेट में हैं और अनुपायोगी होने की कगार पर जा पहुंची हैं।
300 सरकारी कॉलेज हैं प्रदेश में
289 संचालित हैं इनमें से ये किताबें ली जाएंगी
कॉलेज में संचालित विश्वविद्यालय के नियमित पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें, जो फटी हुई या 3 वर्ष से अधिक पुरानी न हों। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी संबंधी किताबें। करंट अफेयर्स की किताबें एक वर्ष से अधिक पुरानी और सामान्य ज्ञान की दो वर्ष से अधिक पुरानी न हों।
महाविद्यालय में उपलब्ध पुस्तकों की ठीक से सार-संभाल होगी। जहां भी समस्या आ रही है वहां व्यवस्थाओं के निर्देश देंगे। किताबें उपयोगी बनी रहें इसका पूरा प्रयास करेंगे।
प्रदीप कुमार बोरड़, आयुक्त कॉलेज शिक्षा