कक्षाओं का किया बहिष्कार अर्से से चली आ रही चली आ रही विभिन्न समस्याओं को लेकर विद्यार्थियों ने मुख्य द्वार बंद कर विरोध जताया है। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विद्यार्थियों ने कार्मिकों को कॉलेज परिसर में जाने नहीं दिया। छात्रों का आरोप है कि कई दिनों से नियमित कक्षाओं का संचालन ही नहीं हो रहा है । काफी देर तक विरोध-प्रदर्शन के बावजूद सुनवाई नहीं होने पर छात्र आक्रोशित हो गए।
रोड जाम के बाद जागा प्रशासन गुस्साए विद्यार्थियों ने डूंगरपुर मुख्य मार्ग पर पहुंचकर जाम लगा दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रों से समझाइश का प्रयास किया एवं मार्ग नहीं खोलने पर मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दे डाली। विद्यार्थियों का कहना था कि कॉलेज प्रशासन भी धमकाने का काम करता है, लेकिन अब बर्दाश्त नही करेंगे। प्रदर्शन के बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और समझाइश की। विद्यार्थियों ने जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के जल्द समाधान की मांग दोहराई।
ये हैं छात्रों की समस्याएं छात्रों का आरोप है कि महाविद्यालय में नियमित कक्षाएं नहीं लगने से पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं। वहीं स्टॉफ की कमी का टोटा है। कक्षाओं के संचालन की मांग करने पर सेशनल के लिए टॉर्चर किया जाता है। महाविद्यालय के हॉस्टल का पांच वर्षों से संचालन भी नहीं हो रहा। कॉलेज में साफ-सफाई का अभाव है। स्वच्छ भारत अभियान की धज्जिया उड़ रही है। पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी बजट तक का पता नहीं है। वहीं लाइब्रेरी में किताबें तक नहीं है।