उन्होंने बताया कि संत विश्वम्भर दास की प्रेरणा से मानस गंगा को जन-जन तक बहाने के निमित्त इस वर्ष यह शहर में तीसरा आयोजन हो रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत में 25 दिसंबर को जलदाय विभाग कार्यालय से कुशलबाग तक शोभायात्रा के साथ होगी। धार्मिक महानुष्ठान के लिए कुशलबाग मैदान भी सज-धज गया है। कार्यक्रम को लेकर पंजीकृत किए गए साधकों में 1700 महिलाएं तथा 1100 पुरुष है, जो इस साधना में शामिल होकर अपने आराध्य की आराधना में नौ दिनों तक नित्य प्रति सुबह नौ से दोपहर 12 बजे के मध्य सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। मण्डल के अध्यक्ष और महामंत्री ने श्रद्धालुओं का आह्वान किया कि वे वर्ष 2018 की विदाई और नववर्ष 2019 का कार्यक्रम के माध्यम से स्वागत करें तथा धार्मिक महानुष्ठान में अपनी सहभागिता निभा लाभ उठाएं।
मण्डल की ओर से साधना में शामिल होने वाले साधक-साधिकाओं को आसन, गो-मुखी, वस्त्र-उपवस्त्र, हनुमान चालीसा, सुन्दरकाण्ड सहित वर्णी का वितरण 25 दिसंबर को सुबह सात बजे से पृथ्वी क्लब में किया जाएगा। आयोजकों ने बताया कि इस अनुष्ठान के दौरान श्री राम नाम परिक्रमा के महत्व को मद्देनजर रखते हुए राम नाम लेखन मंदिर कुशलबाग मैदान में स्थापित किया जाएगा तथा धर्मप्रेमी सुबह सात से शाम सात बजे तक परिक्रमा का धर्मलाभ ले सकेंगे।
महानुष्ठान के लाभार्थियों में राधाकिशन खन्ना, बालकृष्ण पाठक, पवन पटेल, रत्नबाला उपाध्याय, ईश्वरचन्द्र आचार्य, कन्हैयालाल गर्ग, प्रमोद कुमार, लक्ष्मीबाई पटेल, रमाकांत, रजनीकांत कंसारा, पीयूष कंसारा, विठला बुनकर, पन्नालाल माली, विश्व धर्मरक्षक कैलाश मोहन मेदावत, भगवती देवी जोशी, शीला त्रिवेदी, पे्रमलता भावसार, सज्जनसिंह राठौड़, राकेश, कल्पेश हरिलाल पंवार, शिवराज सिंह चौहान, यशपाल कटारा, दीपक शर्मा आदि शामिल है।